(Date : 26/April/2424)

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जिला चुनाव अधिकारी कम डी सी ने एन जी ओ और क्लबों को वोटर जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाने का दिया न्योता | मेरी मां ने भी प्रियंका गांधी की मां की तरह अपने मंगलसूत्र की कुर्बानी दी: विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी | सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने जे.ई.ई मेन परीक्षा में अपने ग्रुप का नाम रोशन किया | के.एम.वी. में वैल्यू एडेड सोशल आउटरीच प्रोग्राम | इनोसेंट हार्ट्स के छात्रों का जे.ई.ई मेन्स-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन |

शिक्षा

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालन्धर में इन्वेस्टचर सेरेमनी का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर के पीजी डिपार्टमेंट ऑफ़ कंप्यूटर साइंस के आईटी फोरम द्वारा इन्वेस्टचर सेरेमनी का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की आईटी फोरम का उद्देश्य विद्यार्थियों को जिम्मेदारी का एहसास दिलाते हुए अपना दायित्व निभाने,समय प्रबंधन करना एवं न केवल अपने व्यक्तित्व को निखारना बल्कि दूसरों के विकास में भी अपना योगदान देते हुए समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देना है। आईटी फोरम का अध्यक्ष लड़कों में बीसीए 5th सेमेस्टर के कार्तिक वधवा एवं लड़कियों में  एशिका को बनाया गया, लड़कों में बीसीए 5th सेमेस्टर के उदय को उपाध्यक्ष एवं लड़कियों में एमवाॅक इ कॉमर्स एंड डिजिटल मार्केटिंग की तरनप्रीत को बनाया गया। शिवम, नौशी एवं मृगन को महासचिव बनाया गया, तनिष्क रोशनी एवं हर्षिता को संयुक्त सचिव की उपाधि प्रदान की गई, वंशिका एवं ग्रीषिका को ट्रेज़रर की उपाधि से सुशोभित किया गया। डॉ ढींगरा एवं कंप्यूटर साइंस विभाग के प्राध्यापकवृंद ने विद्यार्थियों को बैजेज प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया तथा विभाग एवं कॉलेज के विकास में अपना सकारात्मक योगदान देने का संकल्प दिलाया। प्राचार्य डॉ नीरजा ने इन्वेस्टचर सेरेमनी के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए विभागाध्यक्ष डॉ रूपाली सूद एवं अन्य प्राध्यापकवृंद के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

दोआबा कॉलेज ने फिट इंडिया हॉल्फ मैराथॉन में भाग लिया

जालंधर (अरोड़ा) :- दोआबा कॉलेज की हेल्थ एवं वेलबींग कमेटी, एनएसएस एवं एनसीसी विभाग द्वारा फिट इंडिया स्वच्छ भारत- स्वास्थय भारत, भारत सरकार के प्रोग्राम के अधीन वन रेस जालन्धर हॉल्फ मैराथॉन में कॉलेज के प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि देश के सभी युवाओं को स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत अभियान के अंर्तगत फिट इंडिया हॉल्फ मैराथॉन रेस में भाग लेकर अपने स्वास्थय के प्रति सभी जनमानस को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के बदलते तनाव भरे परिवेश में मानसिक और शारीरिक स्वास्थय वरदान की तरह है जिसके लिए हमें सतत् प्रयत्नशील रहना चाहिए क्योंकि स्वस्थ तन और मन वाला मनुष्य समाज के लिए असली धरोहर है। इस मैराथॉन में एनसीसी और एनएसएस के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस मौके पर प्रो. सुखविंदर सिंह, डा. सुरेश मॉगो, डा. राकेश कुमार, विकास करीर, एनएसएस के स्वंय सेवकों और एनसीसी के केडेट्स ने इस रेस में भर चड़ कर भाग लिया।

आईकेजी-पीटीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन

50 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया, व्हाट्सएप टीम नंबर "सी" ने क्विज प्रतियोगिता जीती 

जालंधर (अरोड़ा) :- आईकेजी-पीटीयू में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा अंडरग्रेजुएट एवं पोस्टग्रेजुएट छात्रों के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्विज में वर्तमान घटनाओं, विषय-विशिष्ट जानकारी, फिल्मों एवं मीडिया के क्षेत्र में उल्लेखनीय व्यक्तियों और उनकी उपलब्धियों सहित कई विषयों को शामिल किया गया। प्रतियोगिता में 50 विद्याथियों ने उत्साह के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया! शुरू में एक लिखित मूल्यांकन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप नौ छात्रों का चयन किया गया| इसके बाद  इन छात्रों को तीन अलग-अलग टीमों में विभाजित किया गया।

 

बी.जे.एम.सी (तीसरे सेमेस्टर) के अवस्थी टीम व्हाट्सएप (सी) से , बीएजेएमसी-प्रथम सेमेस्टर से बबनप्रीत कौर और प्रभदीप कौर कर्मवार प्रतियोगिता में विजेता बनकर आगे आई और पुरस्कार जीता, जबकि टीम इंस्टाग्राम (बी) आकाशदीप कौर, बीएजेएमसी-पांचवे सेमेस्टर से,  डिंपल बीएजेएमसी तीसरे सेमेस्टर से,  और दीपक बीजेएमसी-प्रथम सेमेस्टर से दूसरे स्थान पर रहे। प्रतिभागियों ने दर्शकों से भी ढेर सारे प्रश्न पूछे, जिससे कार्यक्रम काफी आनंदमई रहा । प्रश्नोत्तरी का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. राजविंदर कौर ने किया।

विभाग के मुखी  प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह के अनुसार, "इस प्रतियोगिता का प्राथमिक उद्देश्य सामान्य जानकारी, मौजूदा मसलों  और विषय-विशिष्ट ज्ञान के क्षेत्रों में सूचना अधिग्रहण को बढ़ाना था। सहायक प्रोफेसर डॉ. एकता महाजन ने विजेताओं को बधाई दी और उनसे जिम्मेदार पत्रकार के रूप में अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया। इस विशेष कार्यक्रम के दौरान, फैकल्टी मेंबर  मंगला साहनी, एच.के. सिंह और गरिमा के साथ-साथ छात्र भी उपस्थित थे।

सीटी यूनिवर्सिटी ने प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट की मेजबानी

जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी ने अपने चल रहे सीटी पेरेंट स्टूडेंट कनेक्ट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट 2.0 की मेजबानी की। विभिन्न प्राचार्य और अध्यक्ष के-12 के विभिन्न पहलुओं को जाननेऔर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने महत्वपूर्ण शैक्षिक विषयों पर अपनी गहरी अंतर्दृष्टि साझा की। इस अवसर पर डाॅ. वंदना शाही ने आधुनिक शिक्षा को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए 'राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा' की गहन खोज के साथ चर्चा की शुरुआत की।

समीर साठे ने शैक्षिक परिप्रेक्ष्य के विकास पर प्रकाश डाला। स्वालीन कौर ने प्रभावी संचार कौशल के स्थायी महत्व पर जोर दिया। इस समिट में पहुंची  मुख्य अतिथि डाॅ. विनय कपूर ने "उच्च शिक्षा में नेतृत्व की भूमिका" पर मार्गदर्शन किया। पंजाब और हरियाणा के स्कूल जैसे मदर टीचर स्कूल, बरनाला, डीपीएस, धुरी, ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नारायणा ग्रुप ऑफ स्कूल्स, ब्लॉसम कॉन्वेंट स्कूल, जगराओं और कई प्रसिद्ध संस्थानों के प्रिंसिपल के स्कूलों के प्रतिनिधि, स्कूल प्रिंसिपल और वरिष्ठ प्रबंधन के साथ उपस्थित थे। प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट का उद्देश्य स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और छात्र विकास के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को बढ़ावा देना था।

इस अवसर पर चांसलर चरणजीत सिंह चन्नी ने शैक्षिक स्तर को ऊपर उठाने के लिए सीटी पैरेंट स्टूडेंट कनेक्ट कार्यक्रम के गहरे महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं को मार्गदर्शन देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भाग लेने वाले प्राचार्यों की सराहना की। चांसलर चन्नी ने विश्वविद्यालयों और स्कूलों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह की पहल से व्यापक विकास होता है और छात्रों को सीखने का अच्छा अनुभव मिलता है। इस अवसर पर प्रो वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी, डीन एकेडमिक डाॅ. अवधेश गुप्ता, डिरेक्टर एडमिशंस गुरविंदर सिंह, छात्र कल्याण विभाग के डिप्टी डिरेक्टर दविंदर सिंह, सहायक निदेशक - स्कूल कनेक्ट सुरभि बहल, डिरेक्टर सीआरसी राजेश कपूर, डिरेक्टर प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डॉ. अति प्रिये, एडमिस्शन्स विभाग के एसोसिएट डिरेक्टर अमनदीप टांगरी, एडमिस्शन्स टीम के अन्य सदस्य, स्कूलों के मुखी और संकाय सदस्य उपस्थित थे।

डीएवी कॉलेज जालंधर में विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के कुशल नेतृत्व व विभागाध्यक्ष प्रो पुनित पुरी की देखरेख में डीएवी कॉलेज जालंधर में डार्विन जूलॉजिकल सोसायटी, जूलॉजी विभाग के तत्वावधान में विश्व अल्जाइमर दिवस-2023 मनाया गया। कार्यक्रम में यूजी और पीजी दोनों कक्षाओं के छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस वर्ष के विश्व अल्जाइमर दिवस की थीम 'कभी भी जल्दी नहीं, कभी बहुत देर नहीं' थी। कभी भी जल्दी नहीं, कभी बहुत देर न करें अभियान का उद्देश्य जोखिम कारकों की पहचान करने और विलंब करने और संभावित रूप से मनोभ्रंश की शुरुआत को रोकने के लिए सक्रिय जोखिम कम करने के उपायों को अपनाने की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना है। जूलॉजी विभाग की सहायक प्रो पूजा शर्मा ने दिन की थीम पेश की। अपने भाषण में उन्होंने मनोभ्रंश के लक्षणों को पहचानने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हमें उन प्रियजनों को याद रखना चाहिए जो मनोभ्रंश से पीड़ित हैं या जिनका निधन हो गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बुजुर्गों की देखभाल में परिवार, समाज और राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अल्जाइमर रोग 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में काफी अधिक प्रचलित है और इसके साथ स्मृति, सोच, भाषा और सीखने की क्षमता में लगातार गिरावट आती है। अनुमान के मुताबिक, डिमेंशिया दुनिया में हर तीन सेकंड में कहीं न कहीं किसी न किसी को अपनी चपेट में ले लेता है। 2050 तक, दुनिया भर में 131.5 मिलियन व्यक्ति मनोभ्रंश से पीड़ित होंगे, जो हर 20 साल में लगभग दोगुना होने की उम्मीद है। भारत में 40 लाख से अधिक लोग किसी न किसी प्रकार के मनोभ्रंश से पीड़ित हैं। इसके बाद एमएससी की छात्रा महक खेड़ा ने अल्जाइमर पर प्रस्तुति दी और इस बीमारी और प्रारंभिक उपचार, संकेत, रोकथाम और उपचार विकल्पों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की। अंत में डार्विन जूलॉजिकल सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. अभिनय ठाकुर ने अल्जाइमर रोग की गंभीरता के बारे में जानकारी देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रो. पूजा शर्मा, डॉ. कपिला महाजन, प्रो. पंकज बग्गा, डॉ. शुभम कपिल व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

सेंट सोल्जर के छात्रों ने पिंगला घर में मनाया विश्व मानसिक सिहत दिवस

मानसिक रोगों से जूझ रहे लोगों को दें अपनापन : चोपड़ा

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन द्वारा वल्र्ड मेंटल हेल्थ डे पिंगला घर के मानसिक रोगों से जूझ रहे बच्चों, बूढ़ों और अपंग लोगों के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ग्रुप के वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, प्रिंसिपल मनगिंदर सिंह (इंदर कालेज स्कूल), स्टाफ और छात्र पिंगला घर पहुंचे, जिनका स्वागत पिंगला घर के मैनेजर कैप्टन जगदीश चंदर ओर मारिया द्वारा किया गया।

इस अवसर पर चोपड़ा ने मानसिक रोगी बच्चों तथा बुजुर्गों को गुलाब का फूल देकर उनके प्रति प्यार और सम्मान व्यक्त किया। इसके अलावा उन्होंने सभी को कंबल और केले तथा सेब इत्यादि फल वितरित करते हुए सनेह प्रगट किया। चोपड़ा ने सभी का मुँह मीठा करवाकर उनके जीवन में मिठास बनी रहने की कामना की। चोपड़ा ने कहा कि एक मानसिक रोगी को प्यार का एहसास करवाना हमारी जिम्मेदारी है क्यूँकि यह भी हमारे समाज का एक अभिन्न हिस्सा हैं।

उन्होंने मौजूदा हालातों को ध्यान में रखकर आज के युवाओं को मानसिक तंदुरुस्ती के लिए योग तथा मेडिटेशन करने का संदेश देते हुए कहा कि योग हमें मानसिक तौर पर सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। उन्होंने समूह उपस्थित छात्रों को मानसिक तौर पर बीमार लोगों की अधिक से अधिक मदद करने के लिए प्रेरित किया।

एच.एम.वी. के साइकोलॉजी विभाग की ओर से ऑटिज्म फाउंडेशन का भ्रमण

जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय के साइकोलॉजी विभाग की ओर से प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशन में ऑटिज्म फाउंडेशन में शिक्षात्मक भ्रमण का आयोजन किया गया। छात्राओं का अतुल मदान, क्लीनिकल साइकोलिजस्ट, चीफ एडवाइकार, केयर फॉर ऑटिज्म एवं उनकी टीम द्वारा स्वागत किया गया। मदान ने छात्राओं को ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, शुरुआती चिन्ह, व्यवहारिक कारक, उनकी पहचान एवं शीघ्र हस्तक्षेप से बच्चों की बेहतर मदद इत्यादि विषयों पर संक्षिप्त जानकारी दी। छात्राओं ने ओक्योपेशनल थैरिपी एवं मल्टी सैंस्री रूमस और वहां सभी इक्यूपमैन्टस की सहूलियत के बारे में जानकारी हासिल की। अतुल मदान ने चिकित्सीय रास्तों के प्रकार एवं महत्व पर चर्चा की जो ऑटिज्म स्पेक्ट्रम के अधीन छात्राओं के लिए जरूरी है। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने छात्राओं में इस तरह की जागरूकता व उत्साह उत्पन्न करने हेतु विभाग की सराहना की तथा भविष्य में भी इसी प्रकार के भ्रमणों हेतु प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर डॉ. आशमीन कौर, साइकोलॉजी विभागाध्यक्षा एवं श्रुति मौजूद थे।

इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस, में निःशुल्क नेत्र जाँच और मोतियाबिंद सर्जरी शिविर का आयोजन

जालंधर (मक्कड़) :- बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट द्वारा संचालित इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस ने सीएसआर, दिशा-एन इनीशिएटिव के तत्वावधान में भगवान वाल्मीकि मंदिर, प्रताप पुरा, जालंधर में एक बेहद सफल मेडिकल आई कैंप का आयोजन किया,जो सामुदायिक सेवा की ओर एक सराहनीय प्रयास था। इस आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य नेत्र स्वास्थ्य और दृष्टि देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ स्थानीय समुदाय को मुफ्त नेत्र जाँच, परामर्श और बुनियादी उपचार प्रदान करना था। इस कार्यक्रम का संचालन और समन्वय राहुल जैन (डिप्टी डायरेक्टर स्कूल्स एंड कॉलेजिज़), डॉ. धीरज बनाती (डिप्टी डायरेक्टर एफीलिएशन, प्लानिंग एंड इम्पलीमेंनटेशन), गगनदीप हंसपाल(एचओडी होटल मैनेजमेंट) तथा इनोसेंट हार्टस ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स, लोहारां के मेडिकल लैब साइंस विभाग द्वारा किया गया था। डॉ. रोहन बौरी (आई स्पेशलिस्ट एंड सर्जन ऑफ़ इनोसेंट हार्टस आई सेंटर,शहीद ऊधम सिंह नगर, जालंधर) तथा उनकी टीम ने पूरी तरह से आँखों की जाँच की, जिसमें विज़न टेस्ट,आई प्रेशर की जाँच तथा सामान्य आँखों की स्थितियों के लिए स्क्रीनिंग शामिल थी। प्री-ऑपरेटिव डायग्नोस्टिक्स के बाद निर्धारित तिथि पर अस्पताल में मरीजों की मुफ़्त मोतियाबिंद सर्जरी की जाएगी। इस नेक प्रयास की सराहना करने हेतु गाँव के सरपंचों तथा स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने शिविर का दौरा किया। उन्होंने कम्यूनिटी की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के सम्बद्ध में ऐसी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए ग्रुप की सराहना की। यह शिविर इस बात का ज्वलंत उदाहरण है कि शैक्षणिक संस्थान अपने आसपास के समुदायों की भलाई में किस तरह अपना अभिन्न योगदान दे सकते हैं।

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में वर्कशॉप का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर निरंतर विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान देने में अग्रसर रहता है, इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए कॉलेज के फिजियोथैरेपी विभाग द्वारा 'इंस्ट्रूमेंट असिस्टिड सॉफ्ट टिशु मोबिलाइजेशन' विषय पर हैंडस ऑन वर्कशॉप का आयोजन करवाया गया। इस वर्कशॉप में स्रोत वक्ता के रूप में कॉलेज के 2010 के भूतपूर्व छात्र जो कि पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन एवं केसर रेसलिंग एकेडमिक पटियाला से संबंधित है तथा पटियाला के अग्रगण्य फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर सिमरजीत शर्मा तथा अमर हॉस्पिटल पटियाला के कंसल्टेंट फिजियोथैरेपिस्ट एवं एथलीट रिकवरी तथा मैन्युअल एक्सरसाइज में सिद्धहस्त डॉक्टर इंद्रप्रीत बक्शी उपस्थित हुए।

प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने दोनों स्रोत वक्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि नि: संदेह आपका अनुभव एवं क्षेत्र विशेष में सिद्धहस्तता न केवल विद्यार्थियों के ज्ञान को बढ़ाएंगी बल्कि उन्हें इस क्षेत्र के व्यावहारिक ज्ञान से भी परिचित करवाएंगे। विद्यार्थियों ने इंस्ट्रूमेंट एसिस्टेड सॉफ्ट टिशु मोबिलाइजेशन की मदद से घाव वाली टिशु को निकालना तथा इस इंस्ट्रूमेंट के सही प्रयोग की विधि की बारीकियां को जाना तथा उन्हें डॉक्टर सिमरजीत एवं इंद्रप्रीत ने बताया कि घाव वाले टिशु को निकालने से रोगी का जख्म जल्दी भर जाता है और वह जल्दी स्वस्थता को हासिल करते हैं। फिजियोथैरेपी विभाग के विद्यार्थियों ने इस तकनीक से जुड़े हुए कई प्रश्न दोनों स्रोत वक्ताओं से पूछे और उनके संतोषप्रद उत्तर भी हासिल किये। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस हैंडस ऑन वर्कशॉप के सफल आयोजन के लिए फिजियोथैरेपी विभाग के अध्यक्ष डॉ नीरज कत्याल एवं अन्य प्राध्यापकवृंद के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

के.एम.वी. में रेशनल इमोटिव बिहेवियर थेरेपी: एक परिचय पर एक्सटेंशन लेक्चर आयोजित

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय संस्था, जालंधर के पोस्टग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकोलॉजी के द्वारा को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने के अवसर पर रेशनल इमोटिव बिहेवियर थेरेपी: एक परिचय पर एक एक्सटेंशन  लेक्चर का आयोजन करवाया गया। इस लेक्चर में डॉ. शवेता भारद्वाज, क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक और  हिप्नोथेरेपिस्ट, श्रीमन सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, जालंधर की स्रोत वक्त के रूप में शिरकत की। अंडरग्रैजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट स्तर की छात्राओं से संबोधित होते हुए डॉ. श्वेता ने रेशनल इमोटिव बिहेवियर थेरेपी के बारे में विस्तार सहित बात की। इसके साथ ही उन्होंने छात्राओं को बुनियादी सिद्धांत सिखाए जिनके माध्यम से इस तकनीक को लागू किया जा सकता है। उनका मत था कि स्वयं को बेहतर बनाने का प्रयास करना तर्कहीन विचारों और विश्वासों को सुधारने के महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि व्यक्ति को समस्या समाधान पर सक्रिय ध्यान केंद्रित रखना चाहिए और अपने जीवन में समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ख़ुद भी इस तकनीक का अभ्यास करना चाहिए। लेक्चर के अंत में छात्राओं के द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी डॉ. श्वेता ने बेहद सरल ढंग से दिए। विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने छात्राओं को विषय की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए स्रोत वक्त के प्रति आभार व्यक्त किया और साथ ही इस सफल आयोजन के लिए साइकोलॉजी विभाग के द्वारा किए गए प्रयत्नों की भी प्रशंसा की।

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