(Date : 26/April/2424)

(Date : 26/April/2424)

मोदी सरकार ने पूरे राष्ट्र में विकास के तोड़े सारे रिकॉर्ड --सुशील रिंकु | ट्रांसपोर्टर विजय प्रभाकर को प्रदेश भाजपा ट्रांसपोर्ट सैल के को-कन्वीनर नियुक्त होने पर केडी भंडारी ने किया सम्मान | डिप्स कपूरथला में किया गया आधिकारिकीकरण समारोह आयोजित | सीटी यूनिवर्सिटी ने पुस्तक दान अभियान के साथ मनाया विश्व पुस्तक दिवस | एचएमवी की बीसीए सेमेस्टर-3 की छात्राएं यूनिवर्सिटी में छाईं |

शिक्षा

बी.बी.के डी.ए.वी कॉलेज फॉर विमेन में पर्यावरण और पल्मोनरी स्वास्थ्य पर व्याख्यान का आयोजन किया

अमृतसर (प्रतीक) :- बी.बी.के डी.ए.वी कॉलेज फॉर विमेन ने पर्यावरण और पल्मोनरी स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण अंतःसंबंध पर एक सम्मोहक व्याख्यान की मेजबानी की, जिसमें मेडिकएड हॉस्पिटल के एक प्रतिष्ठित चिक्त्सिक एवं निदेशक डॉ. पी.एस. ग्रोवर, स्रोत वक्ता रहे। उन्होंने इस कार्यक्रम में छात्राओं को सम्बोधित करते हुए परिवेश के संदर्भ में श्वसन संबंधी स्वास्थ्य की जटिलताओं की चर्चा की। प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने डॉ. पी.एस. ग्रोवर का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए बताया कि डाॅ. ग्रोवर चिकित्सा क्षेत्र में एक जाने माने सम्मानित अधिकारी हैं। उन्होंने डॉ. ग्रोवर में मिलनसार व्यवहार और पेशेवर गंभीरता के अनूठे मिश्रण पर विशेष तौर पर प्रकाश डाला।

डॉ. ग्रोवर ने पल्मोनरी स्वास्थ्य और पर्यावरण के साथ इसके जटिल संबंध पर अपने गहन व्याख्यान से दर्शकों को बांधे रखा। उन्होंने आॅटोइम्यून विकारों पर चर्चा की और वास्तविक जीवन के उदाहरणों के साथ इन अवधारणाओं का वर्णन किया। उन्होंने हाइपर इम्युनिटी के संदर्भ में हिस्टामाइन, सेरोटोनिन और एड्रेनालाईन जैसे प्रमुख रसायनों की भूमिका को स्पष्ट किया। व्याख्यान ने उपस्थित लोगों को पर्यावरणीय कारकों और श्वसन स्वास्थ्य के बीच परस्पर क्रिया की व्यापक समझ प्रदान की। उन्होंने छात्राओं को व्याख्यान और पर्यावरण में प्रचलित विभिन्न मुद्दों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम का समापन बाॅटनी विभाग की अध्यक्ष डॉ. रश्मी कालिया के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। डॉ. ग्रोवर को प्रदूषण मुक्त पर्यावरण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सम्मान राशि और नन्हा पौधा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भौतिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ. श्वेता मोहन और रसायन विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. पूनम खुल्लर भी उपस्थित रहीं।

डिप्स श्रृंखला के सभी स्कूलों में बच्चों को पृथ्वी बचाने के लिए जागरूक किया

जालंधर (अरोड़ा) :- पर्यावरण को बचाने के लिए दुनिया भर से लोग आगे आ रहे हैं और तरह-तरह के अभियान चलाकर दूसरे लोगों को इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं। इसी दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए डिप्स श्रृंखला के सभी स्कूलों में बच्चों को पृथ्वी बचाने के लिए जागरूक किया गया। पृथ्वी दिवस के मौके पर पर्यावरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए और पृथ्वी बचाओ, जीवन बचाओ का संदेश दिया गया । शिक्षकों के सहयोग से बच्चों ने अपने दोस्तों के साथ पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया। छोटे बच्चों को बताया गया कि वे किस प्रकार घर और आसपास पौधे लगाकर उनकी देखभाल कर सकते हैं। भाषणों, गानों, नाटकों और पोस्टरों के जरिए छात्रों ने बताया कि प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है । इसलिए हमें पर्यावरण को बचाने के लिए एक अभियान शुरू करना चाहिए। पेड़-पौधे, पानी और प्राकृतिक मौसम का उचित उपयोग करना चाहिए ताकि पृथ्वी सुरक्षित रह सके। बच्चों ने विद्यालय में शिक्षकों के साथ पौधारोपण कर जल, वृक्ष एवं प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग न करने का संकल्प लिया। सीनियर वर्ग के बच्चों ने पोस्टर बनाए और नाटक के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि हमें दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव जैसे कमरा या घर छोड़ते समय बिजली कैसे बंद करनी चाहिए। इसका अनावश्यक उपयोग न करें, छोटी दूरी तक जाने के लिए वाहन का उपयोग करने के बजाय पैदल चलें। पानी बर्बाद न करें और हवा को प्रदूषित करना बंद करें और अधिक पेड़ लगाएं। डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने कहा कि आज जिस तरह से प्रकृति प्रदूषित हो रही है, ऐसे में विश्व स्तर पर अपने भविष्य को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है, इसलिए पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एकजुटता दिखाने के लिए दुनिया भर में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है । सरदार तरविंदर सिंह ने बच्चों को बताया कि हम इंसानों ने अपने जीवन को आसान बनाने के लिए पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाया है और कर रहे हैं। हमारी गलतियों और लापरवाही के कारण पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है और पर्यावरण में कई बदलाव हो रहे हैं।  डिप्स चेन की सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के कारण हमें त्वचा और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पर्यावरण वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर फिलहाल पर्यावरण के लिए कुछ कदम नहीं उठाए गए तो इसका परिणाम हमारी आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा । सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने विद्यार्थियों के साथ पेरेंट्स को भी आगे आकर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया ताकि हम अपनी धरती को संरक्षित कर सकें।

एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर में पृथ्वी दिवस उत्साह के साथ मनाया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर ने बड़े उत्साह के साथ पृथ्वी दिवस मनाया और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए छात्रों को विभिन्न पर्यावरण-अनुकूल गतिविधियों में शामिल किया गया। प्री-प्राइमरी छात्रों ने हरे रंग के कपड़े पहने, जो हमारे ग्रह के संरक्षण के महत्व का प्रतीक है। नर्सरी और प्री-नर्सरी के छात्रों ने पृथ्वी-थीम वाली वर्कशीट को चमक से सजाकर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया, जबकि एलकेजी के छात्रों ने पृथ्वी का आकार बनाने के लिए ओरिगामी, टियर एंड पेस्ट एक्टिविटी के माध्यम से अपने कलात्मक कौशल को व्यक्त किया।

यूकेजी के छात्रों ने पृथ्वी के चित्रों में रंग भरे और उन्हें चमकदार रंगों से सजायाl हरियाली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, 'एक पौधा लगाओ' गतिविधि भी आयोजित की गई। इस गतिविधि में कक्षा lll से V तक के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उत्साह के साथ पौधे लगाए। पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर जोर देते हुए, कक्षा I और II के छात्र पर्यावरण स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। उन्होंने स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के महत्व को बढ़ावा देते हुए अपने घरों और इलाकों को साफ करने की पहल की। कक्षा VI से VIII तक घरेलू जल ऑडिट किया गया, जिससे जल संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश फैलाया गया। स्कूल की समन्वयक दीप्ति कौशल ने छात्रों को पर्यावरण के संरक्षण में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रेरित किया और उनमें पर्यावरण संरक्षण का मूल्य बताया।

डीएवी यूनिवर्सिटी ने मनाया वर्ल्ड अर्थ डे जैव ईंधन पर कराया सेमिनार

जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी यूनिवर्सिटी द्वारा वर्ल्ड अर्थ डे पर एक सेमिनार आयोजित कराया गया। सेमिनार में विभिन्न विशेषज्ञों ने हरित और स्वच्छ पृथ्वी का सृजन करने में जैव ईंधन उत्पादन और व्यावसायीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। यूनिवर्सिटी के गो ग्रीन क्लब और लाइफ साईंसेस डिपार्टमेंट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न एक्स्पर्ट्स ने सस्टेनेबिलिटी के मुद्दों पर चर्चा की। सेमिनार, "जैव ईंधन उत्पादन और व्यावसायीकरण: हरित और स्वच्छ पृथ्वी के प्रति सतत दृष्टिकोण" में प्रतिभागियों ने पारंपरिक जीवाश्म ईंधन भंडार की कमी और पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभाव पर अफसोस जताते हुए विकास को आगे बढ़ाने में ऊर्जा की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने गैर-पारंपरिक ईंधन स्रोतों की ओर एक आदर्श बदलाव का आह्वान किया और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक जन आंदोलन की आवश्यकता पर जोर दिया।

डीएवी यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ. मनोज कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और आधुनिक युग में टिकाऊ ऊर्जा समाधान की अनिवार्यता पर जोर दिया। सरदार स्वर्ण सिंह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायो-एनर्जी (एसएसएस-एनआईबीई), कपूरथला के वैज्ञानिक डॉ. वंदित विजय ने महात्मा गांधी के "ग्राम स्वराज" के दृष्टिकोण को समकालीन संदर्भ में "ग्राम ऊर्जा स्वराज" कहा जाना चाहिए। उन्होंने बायोएनर्जी की क्षमता पर प्रकाश डाला, जिसमें पेड़ों के बीजों से बायोगैस का उत्पादन और संशोधित गैस इंजनों में बायोडीजल का उपयोग शामिल है। एसएसएस-एनआईबीई के डॉ. संजीव मिश्रा ने शैवाल से प्राप्त तीसरी पीढ़ी के जैव ईंधन के फायदों पर प्रकाश डाला। पीएयू लुधियाना के वैज्ञानिक डॉ. सर्बजीत सिंह सोच ने बायोगैस संयंत्र स्थापना तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान की और टिकाऊ ऊर्जा पहल को बढ़ावा देने में सरकारी नीतियों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में बायोगैस प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। जैव प्रौद्योगिकी विभाग के कार्डिनेटर डॉ. लक्षमीर सिंह और वनस्पति विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान विभाग के कार्डिनेटर डॉ. आशीष शर्मा ने स्थायी ऊर्जा की ओर परिवर्तन को आगे बढ़ाने में टेक्नालजी की आवश्यकता पर जोर देते हुए आभार व्यक्त किया। उपस्थित लोगों में पर्यावरण विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. राजबाला, जैव प्रौद्योगिकी विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. अरुण सिंह पठानिया और यूनिवर्सिटी में माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. अमनदीप बराड़ शामिल थे।

सीटी ग्रुप ने विरसा विहार में हुनर कृति कला प्रदर्शनी की मेजबानी की

जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी ग्रुप गर्व से विरसा विहार में आयोजित एक कला प्रदर्शनी "हुनर कृति" प्रस्तुत करता है, जो सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ हायर स्टडीज और सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग के युवा कलाकारों की जीवंत प्रतिभा को प्रदर्शित करता है। सीटी ग्रुप की सह-अध्यक्ष परमिंदर कौर चन्नी द्वारा उद्घाटन किया गया यह कार्यक्रम रचनात्मकता और कलात्मक अभिव्यक्ति का उत्सव है।

विरसा विहार की गैलरी कलात्मक ऊर्जा का एक हलचल भरा केंद्र बन गई क्योंकि छात्र, कला प्रेमी और आलोचक विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों को देखने के लिए एकत्र हुए। 3डी मंडला कला की जटिल सुंदरता से लेकर कांच की कलाकृतियों के मनमोहक आकर्षण तक, धागे और कील के काम की बेहतरीन शिल्प कौशल से लेकर तेल चित्रों के उत्साही स्ट्रोक तक, प्रदर्शनी ने दर्शकों को एक दृश्य दावत दी। हुनर कृति ने क्षेत्र के सम्मानित फ्रीलांसरों के कार्यों के साथ-साथ उभरते कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया। आगंतुकों को कई तकनीकों और विषयों से रूबरू कराया गया, जिनमें स्थिर जीवन, चित्र, वन्य जीवन, परिदृश्य और रचनाएँ शामिल थीं, जिनमें से प्रत्येक युवा रचनात्मक दिमाग की झलक पेश करता था।

अतिथियों में विभिन्न कॉलेजों के कला प्रेमी और ललित कला के छात्रों के साथ-साथ सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ हायर स्टडीज की प्रिंसिपल डॉ. सीमा अरोड़ा, सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग के प्रिंसिपल श्रुति कपूर और असिस्टेंट प्रोफेसर गुरप्रीत कौर शामिल हैं। सीटी ग्रुप की सह-चेयरपर्सन परमिंदर कौर चन्नी ने दर्शकों को संबोधित करते हुए युवा कलाकारों द्वारा दिखाए गए समर्पण और प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने रचनात्मकता को बढ़ावा देने और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए मंच प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया, कला का समर्थन करने और क्षेत्र में सांस्कृतिक संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए सीटी ग्रुप की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

एपीजे स्कूल मॉडल टाउन में मनाया गया पृथ्वी दिवस

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल मॉडल टाउन जालंधर में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य पर विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई ।इस उपलक्ष्य पर मुख्यातिथि के रूप में नवसंदीप कौर मुल्तानी जी (जोनल कमिश्नर नगर निगम जालंधर) उपस्थित थी। कार्यक्रम का प्रारंभ सर्वशक्तिमान परमात्मा से आशीर्वाद से की गई। .

इसके पश्चात छात्रों ने भाषण ,काव्य पाठ , गीत और अपने विचारों के माध्यम से इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला। दिन के महत्व को चिन्हित करने के लिए पृथ्वी से संबंधित समाचार भी विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किए गए ।दिन को यादगार बनाते हुए मुख्यातिथि नवसंदीप कौर मुल्तानी जी ने इस दिन के महत्त्व के बारे में बताते हुए सभा को संबोधित किया।इस अवसर पर अंतर सदनीय काव्य पाठ प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।

इसके साथ ही पृथ्वी दिवस पर सुंदर चित्र बनाने वाले छात्रों को प्रशस्तिपत्र दिए गए। सभा का समापन कार्यवाहक प्रधानाचार्या प्रियंका ग्रोवर द्वारा मुख्यातिथि का हार्दिक धन्यवाद के साथ हुआ उन्होंने शिक्षकों के प्रयास की सराहना की जिन्होंने छात्रों के साथ मिलकर एक शानदार कार्यक्रम का प्रदर्शन किया।एपीजे एजुकेशन सोसाइटी की अध्यक्ष सुषमा पॉल बर्लिया स्वयं प्रकृति प्रेमी है इसलिए वह हमेशा ही बच्चों को भी कुछ प्रकृति से प्रेम करने तथा उसकी रक्षा करने के लिए प्रेरित करती रहती हैं।

के.एम.वी. विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया

छात्राओं ने विभिन्न गतिविधियों में पूरे जोश व उत्साह के साथ भाग लिया

सभी ने एकसुर होकर धरती बचाने का फैलाया संदेश

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के डिपार्टमेंट ऑफ एनवायरमेंटल साइंसेज़, पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ़ ज़ूलॉजी तथा के.एम.वी.-इको क्लब के द्वारा संयुक्त रूप से विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया. प्लैनेट वर्सिज प्लास्टिक थीम के अंतर्गत इस अवसर दो दिवसीय स्लोगन राइटिंग तथा  जागरूकता पैदा करता  सेमिनार आदि आयोजित किए गए. 60 से अधिक छात्राओं ने इन गतिविधियों में पूरे जोश व उत्साह के साथ भाग लेकर अपने पोस्टर्स एवं स्लोगनों के माध्यम से पृथ्वी व पर्यावरण से जुड़े विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत करने के अलावा प्लास्टिक से उत्पन्न होते प्रदूषण की समस्याएं, हरियाली बढ़ाने व धरती की उपजाऊ शक्ति बनाए रखने के साथ-साथ विभिन्न जीव-जंतुओं की संभाल के लिए एकसुर में अपनी आवाज बुलंद की. विद्यालय प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के प्रति जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ धरती को स्वच्छ रखते हुए उसकी उपजाऊ शक्ति बनाए रखना और जीव-जंतुओं की विविधता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है और इस तरह के कार्यक्रम इस दिशा में एक सार्थक कदम साबित होते हैं. साथ ही उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए समूह आयोजक मंडल के प्रयासों की सराहना की और कहा कि कन्या महा विद्यालय अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए समाज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए लगातार इस तरह के प्रयास कर रही है।

डीएवी कॉलेज जालंधर में आईटी फेस्ट 2024 आयोजित किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- कंप्यूटर साइंस विभाग और आईटी फोरम के तत्वावधान में डीएवी कॉलेज जालंधर में वार्षिक कार्यक्रम "आईटी फेस्ट 2024" आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई।  प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत में छात्रों के बीच नवाचार और सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने में ऐसे आयोजनों के महत्व पर बल दिया। कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष  डॉ. निश्चय बहल ने विशेष रूप से कंप्यूटर विज्ञान के छात्रों के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियों के बारे में बताया, जिसके माध्यम से उनकी बुद्धि, रचनात्मकता, कलात्मकता और सामान्य ज्ञान के आधार पर उनकी प्रतिभा का मूल्यांकन किया जाता है।

आईटी फोरम 2024 के तहत कुल 28 गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें ई-वेस्ट प्रतियोगिता, फ्लैश पिच फिएस्टा, टेक टेल्स, डिजिटल डिटॉक्स, क्रिटिकल थिंकिंग वर्कशॉप, रंगोली, नेट-सेवी, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता, लोगो डिजाइनिंग, डिजिटल फोटोग्राफी, वेब डिजाइनिंग, लेख लेखन प्रतियोगिता, लॉजिक व्हर्लपूल, ई-कोलाज प्रतियोगिता शामिल हैं। दिन की शुरुआत प्रो मोनिका चोपड़ा द्वारा समन्वित सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुई, जिसमें समूह नृत्य, एकल नृत्य, भांगड़ा, एड मैड शो, गायन और मॉडलिंग में छात्रों की समृद्ध प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया। समापन सत्र की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार और रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. तुली ने की। इस कार्यक्रम में मिस्टर आईटी दीपांकर मेहता, बीएससी सीएस तृतीय वर्ष, मिस आईटी महिमा, बीसीए तृतीय वर्ष, मिस्टर बेस्ट आउटफिट पारस, बीसीए तृतीय वर्ष, मिस सर्वश्रेष्ठ पोशाक मोनिका थापा, बीसीए तृतीय वर्ष, मिस्टर फ्रेशर अभिषेक मिश्रा, बीएससी आईटी प्रथम वर्ष, मिस फ्रेशर मनस्वी, बीसीए प्रथम वर्ष रहे। विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों हेतु प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। आईटी फोरम की अध्यक्ष प्रो. नम्रता कपूर ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और डॉ. निश्चय बहल, प्रो. मोनिका चोपड़ा, प्रो. विशाल शर्मा, डॉ. राजीव पुरी, डॉ. लीखा जिंदल, प्रो. रितिका सोबती, और प्रो. गगन मदान, सहित कंप्यूटर विज्ञान विभाग की पूरी टीम के प्रति आभार प्रकट किया।

दर्शन अकादमी में मनाया गया विश्व पृथ्वी दिवस

जालंधर (कुलविंदर) :- दर्शन अकादमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में अनेक गतिविधियां कराई गई। विद्यालय की एक छात्रा ने पृथ्वी को बचाने और उसमें दिन - प्रतिदिन होने वाले बदलावों को बारे में बताते हुए पृथ्वी को संरक्षित करने का संदेश दिया। इस अवसर पर सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने अलग-अलग प्रकार के चार्ट बनाकर स्लोगन राइटिंग लिखकर, पृथ्वी दिवस संरक्षण के चित्र बनाए। बच्चों ने पृथ्वी की संरचना, हैप्पी अर्थ और सैड अर्थ तथा धरती की परतों के बारे में बताते हुए अनेक चित्र बनाए। पृथ्वी दिवस के मौके पर विद्यालय के सभी विद्यार्थी एक-एक पौधा लेकर आए और उसका रोपण किया। बच्चों को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के बारे में प्रोत्साहित किया गया। प्रधानाचार्य दिनेश सिंह ने विद्यार्थियों के प्रयास की सराहना की।

संस्कृति केएमवी स्कूल में वैश्विक पृथ्वी दिवस

जालंधर मोहित अरोड़ा) :- प्रदूषण रहित वातावरण के प्रति संवेदनशीलता की महत्ता को समझते हुए संस्कृति केएमवी स्कूल में विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप करवाए जाते रहते हैं। वैश्विक पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्राकृतिक संसाधनों के सम्मान एवं संरक्षण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों द्वारा संस्कृति केएमवी स्कूल विद्यार्थियों को सतर्कतापूर्ण व्यवहार के लिए शिक्षित एवं प्रेरित किया गया। 

विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के अंतर्गत बाल विद्यार्थियों को विशेष प्रार्थना सभा द्वारा वैश्विक पृथ्वी दिवस के महत्व एवं आयोजन के अंतर्गत नन्हें पौधों का रोपण एवं पृथ्वी की सुरक्षा के प्रति छोटी-छोटी आदतों को अपनाने का तरीका बताते हुए चित्रों में रंग भरवाए गए, रंगमंच के द्वारा विद्यार्थियों को पृथ्वी की सुरक्षा से संबंधित आदतों को अपनाना एवं प्रदूषण रहित रखने की तरफ ध्यान आकर्षित किया गया। स्कूल प्रधानाचार्या रचना मोंगा ने पर्यावरण के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाये जाने का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि यह विशेष दिवस पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करता है। ताकि पर्यावरण संरक्षण की ज्वलंत समस्याओं पर विचार करे एवं उनके समाधान की तरफ हमारा ध्यान केंद्रित हो।

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