जालंधर (अरोड़ा)- लायलपुर खालसा कॉलेज भांगड़ा की विरासत के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है। भांगड़ा का यह मक्का पंजाबी लोक नृत्य शिविर 2022 का आयोजन 1 जुलाई से 10 जुलाई 2022 तक कर रहा है। प्राचार्य डॉ. गुरपिंदर सिंह सामरा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें कहा गया कि भांगड़ा न सिर्फ मनोरंजन करता है बल्कि शरीर को भी फिट रखता है। इस नृत्य रूप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि यह शिविर सभी आयु वर्ग के लिए निःशुल्क है। डीन कल्चरल अफेयर्स डॉ. पलविंदर सिंह बोलिना ने कहा कि लायलपुर खालसा कॉलेज जालंधर की टीम द्वारा इस कैंप का आयोजन कॉलेज कैंपस में किया जाता है जो कि प्रतिभागियों के लिए सुरक्षित है। उन्होंने आगे कहा कि लायलपुर खालसा कॉलेज सितंबर 2022 में सरी कनाडा में दूसरे भांगड़ा विश्व कप की मेजबानी करने वाला था। इस कैंप का मुख्य मकसद प्रतिभागियों को पंजाबी लोकनृत्य के डांस स्टेप्स सिखाना है।
शिविर में हर साल सभी उम्र के पुरुष और महिला प्रतिभागी उत्साह से शामिल होते हैं। डॉ. बोलिना ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण चल रहा है और लगभग 300 प्रतिभागियों ने यूट्यूब चैनल और लिंक के माध्यम से पंजीकरण किया है जबकि ऑफलाइन पंजीकरण 29 और 30 जून, 2022 को किया जाएगा। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. समरा द्वारा नृत्य शिविर का पोस्टर भी जारी किया गया। प्रबंधन दल के सदस्यों में प्रो. अजीतपाल सिंह, प्रो. सतपाल सिंह, प्रो. गुरचेतन सिंह, प्रो. हरप्रीत सिंह, प्रो. ओंकार सिंह, प्रो. हरजिंदर कौर, प्रो. प्रभदीप कौर, प्रो. नवनीत कौर, प्रो. शिफाली थे। प्रो. पूजा सोनिक, उस्ताद निर्मल कुमार ढोली, जेसनप्रीत, सुखजीत, प्रदीप आदि मौजूद थे।