सीटी यूनिवर्सिटी ने प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट की मेजबानी
जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी ने अपने चल रहे सीटी पेरेंट स्टूडेंट कनेक्ट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट 2.0 की मेजबानी की। विभिन्न प्राचार्य और अध्यक्ष के-12 के विभिन्न पहलुओं को जाननेऔर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने महत्वपूर्ण शैक्षिक विषयों पर अपनी गहरी अंतर्दृष्टि साझा की। इस अवसर पर डाॅ. वंदना शाही ने आधुनिक शिक्षा को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए 'राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा' की गहन खोज के साथ चर्चा की शुरुआत की।
समीर साठे ने शैक्षिक परिप्रेक्ष्य के विकास पर प्रकाश डाला। स्वालीन कौर ने प्रभावी संचार कौशल के स्थायी महत्व पर जोर दिया। इस समिट में पहुंची मुख्य अतिथि डाॅ. विनय कपूर ने "उच्च शिक्षा में नेतृत्व की भूमिका" पर मार्गदर्शन किया। पंजाब और हरियाणा के स्कूल जैसे मदर टीचर स्कूल, बरनाला, डीपीएस, धुरी, ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नारायणा ग्रुप ऑफ स्कूल्स, ब्लॉसम कॉन्वेंट स्कूल, जगराओं और कई प्रसिद्ध संस्थानों के प्रिंसिपल के स्कूलों के प्रतिनिधि, स्कूल प्रिंसिपल और वरिष्ठ प्रबंधन के साथ उपस्थित थे। प्रिंसिपल कॉन्क्लेव और लीडरशिप समिट का उद्देश्य स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और छात्र विकास के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को बढ़ावा देना था।
इस अवसर पर चांसलर चरणजीत सिंह चन्नी ने शैक्षिक स्तर को ऊपर उठाने के लिए सीटी पैरेंट स्टूडेंट कनेक्ट कार्यक्रम के गहरे महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं को मार्गदर्शन देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भाग लेने वाले प्राचार्यों की सराहना की। चांसलर चन्नी ने विश्वविद्यालयों और स्कूलों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह की पहल से व्यापक विकास होता है और छात्रों को सीखने का अच्छा अनुभव मिलता है। इस अवसर पर प्रो वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी, डीन एकेडमिक डाॅ. अवधेश गुप्ता, डिरेक्टर एडमिशंस गुरविंदर सिंह, छात्र कल्याण विभाग के डिप्टी डिरेक्टर दविंदर सिंह, सहायक निदेशक - स्कूल कनेक्ट सुरभि बहल, डिरेक्टर सीआरसी राजेश कपूर, डिरेक्टर प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डॉ. अति प्रिये, एडमिस्शन्स विभाग के एसोसिएट डिरेक्टर अमनदीप टांगरी, एडमिस्शन्स टीम के अन्य सदस्य, स्कूलों के मुखी और संकाय सदस्य उपस्थित थे।