(Date : 26/April/2424)

(Date : 26/April/2424)

जिला चुनाव अधिकारी कम डी सी ने एन जी ओ और क्लबों को वोटर जागरूकता अभियान का हिस्सा बनाने का दिया न्योता | मेरी मां ने भी प्रियंका गांधी की मां की तरह अपने मंगलसूत्र की कुर्बानी दी: विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी | सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने जे.ई.ई मेन परीक्षा में अपने ग्रुप का नाम रोशन किया | के.एम.वी. में वैल्यू एडेड सोशल आउटरीच प्रोग्राम | इनोसेंट हार्ट्स के छात्रों का जे.ई.ई मेन्स-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन |

शिक्षा

इनोसेंट हार्ट्स के विद्यार्थियों ने चारों साहिबज़ादों की शहादत को किया याद

जालंधर (मक्कड़) :- इनोसेंट हार्ट्स स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा शहीदी दिवस को समर्पित प्रार्थना सभा में  सरबंस दानी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबज़ादों को याद किया गया। जिसमें बच्चों द्वारा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से साहिबज़ादों की शहादत को याद करते हुए व्याख्यान और कविताएँ प्रस्तुत की गईं। एक विद्यार्थी द्वारा पोष महीने के इतिहास से परिचित कराया गया। कुछ विद्यार्थियों ने साहिबज़ादों के बुलंद हौसलों और बहादुरी का वर्णन करने वाली वीर रस से भरपूर जोशीली कविताएँ गाकर उन्हें याद किया। इन गतिविधियों के दौरान विद्यार्थियों को बताया गया कि दशम गुरु जी के चारों साहिबज़ादों ने कैसे धर्म की खातिर अपनी छोटी उम्र में ही जान कुर्बान कर दी। विद्यार्थियों को यह भी बताया गया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने धर्म की खातिर किस तरह अपने पूरे परिवार का बलिदान दे दिया, इसलिए सिक्ख इतिहास में गुरु जी को सरबंसदानी के नाम से भी याद किया जाता है। विद्यार्थियों द्वारा दसवें गुरु जी के परिवार की शहादत को कोटि-कोटि नमन किया गया।

एचएमवी में एनएसएस सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ

जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के निर्देशन में एन. एस. एस. विभाग द्वारा सात दिवसीय विशेष कैंप का शुभारंभ 21 दिसंबर, 2023 को किया गया। प्रोग्राम आफिसर डॉ. वीना अरोड़ा ने वालंटियर्स को 21 से 27 दिसंबर, 2023 तक सात दिनों में करवाई जाने वाली गतिविधियों व प्रतियोगिताओं की जानकारी देते हुए उन्हें हर कार्य में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। एन.एस.एस. की एडवाइजर डॉ. अंजना भाटिया ने वालंटियर्स को पूर्ण उत्साह व सकारात्मक सोच के साथ कैंप लगाने के लिए प्रेरित किया। कैंप का विशेष कार्यक्रम रैड क्रास मूक-बधिर स्कूल में किया गया जहां गूंगे-बहरे बच्चों के साथ वालंटियर्स ने खूब मस्ती की। वालंटियर्स ने उन्हें खाने-पीने का सामान वितरित किया।

स्कूल के सचिव इन्द्रदेव सिंह मिन्हास ने समाज हित कार्य करने हेतु एन.एस.एस. के कार्यकत्र्ताओं की सराहना की। छात्राओं ने अपनी कला व प्रतिभा का परिचय देते हुए स्कूल के प्रांगण की दीवारों पर सुंदर चित्र अंकित किए। पेड़ों की पुताई करके स्कूल के प्रांगण की सुंदरता में अभिवृद्धि की। स्कूल के प्रिंसिपल एन. शर्मा ने प्राचार्या डॉ. सरीन को एन.एस.एस. वालंटियर्स को स्कूल में भेजने पर आभार व्यक्त किया। एन.एस.एस. आफिसर सुश्री हरमनु ने कैंप की सुव्यवस्था के लिए वालंटियर्स की विभिन्न कमेटी बना कर शिविरार्थियों को अनुशासित रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने शिविर के के लिए सभी को शुभकामनाएं दी तथा वालंटियर्स को समाज सेवा से जुडक़र सच्चे दिल से काम करने की बात की। इस अवसर पर डॉ. ज्योति गोगिया, डॉ. बलजिंदर, परमिंदर सिंह व हरप्रीत भी उपस्थित थे।

के.एम.वी. द्वारा छात्राओं को प्रदान किए जा रहे हैं एंटरप्रेन्योररियल सकिल्स

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनामस संस्था, कन्या, महा विद्यालय, जालन्धर विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यों के साथ अग्रणी रहने के साथ-साथ इनोवेशन तथा एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी आगे है। संस्था द्वारा पूरी गंभीरता के साथ समय की मांग के मद्देनज़र छात्राओं को उद्यमी गुण प्रदान करने के लिए यत्न किए जाते हैं। इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए विद्यालय प्रिंसीपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि के.एम.वी. छात्राओं तथा फैकल्टी के लिए इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरल संस्कृति के प्रसार के लिए पूर्ण तौर पर प्रतिबद्ध है। विद्यालय के लिए यह गौरव का विषय है कि यहां की छात्राएं जहां आत्मनिर्भर बन रही है वहीं अपने जीवन में विशेष मकसद तय करते हुए उद्यमी एवं स्वतंत्र कारोबार का रास्ता चुन रही है। उल्लेखनीय है कि कन्या महाविद्यालय को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल भी प्रदान किया गया है जिसका मकसद छात्राओं को स्टार्टअप तथा उद्यम के संबंध में उचित शिक्षा प्रदान करना है। संस्था में छात्राओं को उनके संबंधित क्षेत्र के लिए हुनरमंद बनाने तथा उनको पूर्ण तौर पर आत्मनिर्भर बनाने की ओर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास  के लिए निरंतर प्रयत्नशील संस्था द्वारा आयोजित किए जाते प्रत्येक प्रोग्राम एवं गतिविधि का आधार इनोवेशन तथा उद्यमी गुणों को ही बनाया जाता है। के.एम.वी. द्वारा छात्राओं को स्टार्टअप्स के लिए निरंतर उत्साहित किया जाता है तथा विद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा छात्राओं को प्रधान उत्साह, मार्गदर्शन एवं सहायता के बल पर ही मौजूदा समय में के.एम.वी. की छात्राओं के द्वारा अपने खुद के फैशन बुटीक, ब्यूटी सैलून, डाइट क्लीनिक न्यूट्रिटिव फूड मैन्युफैक्चरिंग, बेकरी हाउस, ई रिटेलिंग, फ्रीलांस फोटोग्राफी तथा वीडियो एडिटिंग आदि जैसे कार्य किए जा रहे हैं। अंत में उन्होंने कहा कि के.एम.वी. में इनोवेटिव तथा उद्यमी पहलकदमीयां जहां उद्यम की प्रमुख योग्यता में सुधार लाएंगी वही साथ ही छात्राओं एवं अध्यापकों में भी इनोवेटिव व्यवहार पैदा करेंगी।

पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेजिएट स्कूल में कॉस्मेटोलॉजी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेजिएट स्कूल ने कॉलेज मेकअप लुक और दैनिक मेकअप पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम के लिए संसाधन व्यक्ति दलजीत और रूपिंदर कौर थीं। पी.सी.एम एसडी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर दलजीत कौर ने विस्तृत उत्पाद ज्ञान,उत्पाद ब्रांड और मेकअप के दौरान अपनाए जाने वाले आवश्यक कदमों के बारे में बताया। रूपिंदर कौर ने दैनिक मेकअप पर एक लाइव प्रदर्शन दिया और चरण दर चरण तकनीकों के बारे में भी बताया। कार्यशाला छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद थी क्योंकि इसने उन्हें सौंदर्य और त्वचा देखभाल में मूल्यवान कौशल प्रदान किया। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्मानित सदस्यों, प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. पूजा पराशर ने सभी छात्रों के लिए कार्यशालाएँ आयोजित करने के लिए स्कूल प्रभारी सुषमा शर्मा के प्रयासों की सराहना की।

सेंट सोल्जर में ग्रैंड क्रिसमस का सेलिब्रेशन नन्हें सेंटाक्लोज, परियों ने गाया जिंगल बेल

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन्स द्वारा क्रिसमस के पर्व को हर्ष और उल्लास के साथ मानते हुए ग्रैंड सेलिब्रेशन की गई। जिसमें सेंट सोल्जर के नन्हें छात्रों ने सेंटाक्लोज, परियाँ, क्रिसमस ट्री, बैलूंस आदि के साथ कार्यकम्र में भाग लिया।

इस अवसर पर ग्रुप केचेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, पी. पी. आर. के  मैनेजिंग डायरेक्टर राजनचोपड़ा, रीतू चोपड़ा, नन्हें छात्रों द्वारा क्रिसमस का केक काटते हुए, एक दूसरे का मुँह मीठा करवाया गया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा प्रभुयीशु मशी के जन्म और जीवन के बारे में एक खास रूप से तैयार की लघुनाटिका पेश की गई।

इसके अतिरिक्त परियाँ और सेंटाक्लोज बने छात्रों द्वारा जिंगलबेल जिंगलबेल, मेरी क्रिसमस आदि गीत गाये गए और उनगीतों पर डांस भी किया गया। चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने छात्रों को चॉक्लेट, टॉफियां, गिफ्ट्स आदि बांटेऔर सभी को क्रिसमस की बधाई देते हुए उन्हें बिना किसी जात-पात, भेदभाव के सभी पर्व मनाने को कहा।

के.एम.वी में वेस्ट सेग्रीगेशन एंड हैंड हाइजीन विषय पर वर्कशॉप आयोजित

के.एम.वी. के प्राध्यापकों को डी.एस.टी.,भारत सरकार द्वारा  प्राप्त रिसर्च प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित इस वर्कशॉप में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने पूर्ण उत्साह से लिया भाग

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा वेस्ट सेग्रीगेशन एंड हैंड हाइजीन विषय पर एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन करवाया गया. के.एम.वी. के प्राध्यापक को नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन (एन.सी.एस.टी.सी.), डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार के द्वारा प्राप्त डेवलपिंग लो कॉस्ट टीचिंग एड्स इन प्रमोटिंग सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट: स्वच्छ भारत पैराडाइमज़ विषय पर आधारित रिसर्च प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित हुई इस वर्कशॉप में स्रोत वक्ता के रूप में श्री भरत बंसल, प्रोजेक्ट मैनेजर, रीप बेनिफिट ने शिरकत की.

उनके साथ ही सीमा सोनी, रीजनल प्रोग्रामिंग डायरेक्टर, रेडियो सिटी, पंजाब, हरियाणा, म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर से सरोज एवं सुमन, म्युनिसिपल कॉरपोरेशन जालंधर के मिस्टर बिन आर.जे. हिमांशु तथा रेडियो सिटी से आर.जे. सैंडी उपस्थित रहे. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए अपने संबोधन के दौरान स्वच्छ भारत के मकसद की पूर्ति के लिए टिकाऊ कचरा प्रबंधन की ज़रूरत एवं अहमियत से अवगत करवाया. इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छ भारत के साथ-साथ नए उभरते हुए भारत के संकल्प को सुदृढ़ करने की ओर सभी युवाओं को प्रेरित किया. स्रोत वक्ता भरत बंसल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में कचरा प्रबंधन की ज़रूरत एवं अहमियत के बारे में जागरूकता पैदा करना बेहद ज़रूरी है तथा रीसाइकलिंग जैसी अवधारणाएं इस दिशा की ओर बेहद कारगर साबित हो सकती हैं.

उन्होंने अपने संबोधन में विभिन्न रोचक  उधारणों के साथ प्रतिभागियों की शंकाओं को दूर किया. श्रीमती सीमा सोनी ने इस अवसर पर बात करते हुए बढ़ते हुए प्रदूषण पर काबू, इकोसिस्टम में संतुलन, प्राकृतिक स्रोतों के संरक्षण जैसे वेस्ट मैनेजमेंट के कई महत्वपूर्ण फायदे प्रतिभागियों से साझा किया. म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर से वर्कशॉप में उपस्थित सरोज एवं सुमन ने प्रतिभागियों को कचरा प्रबंधन के लिए अलग-अलग प्रकार की डस्टबिनस के बारे में जानकारी दी. उल्लेखनीय है कि इस वर्कशॉप में विभिन्न स्कूलों से 300 से भी अधिक प्रतिभागियों ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया. प्राचार्या जी ने इस वर्कशॉप की सफल आयोजन के लिए  डॉ. प्रदीप अरोड़ा, डॉ. हरप्रीत कौर तथा समूह टीम के द्वारा किए गए प्रयत्नों की सराहना की।

 

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में IQAC के सहयोग से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेनिफिट्स एंड थ्रेटस विषय पर फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें स्रोत वक्ता के रूप में पीजी डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश की अध्यक्ष डॉ सुनीत कौर एवं पीजी डिपार्टर्मेंट आफ कंप्यूटर साइंस की अध्यक्ष डॉ रूपाली सूद ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेनिफिट्स एंड थ्रेटस विषय के पक्ष एवं विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किये। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के महत्त्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी टीचर्स किसी न किसी विषय में निष्णात है और वह अपने विचारों के आदान-प्रदान से अपने विषय के महत्त्व एवं जीवन में उसकी प्रासंगिकता से सभी को रूबरू करवा सकते हैं, उन्होंने कहा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण विषय पर फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम सभी को एक नयी दिशा प्रदान कर सकता है और उन्हें इस तथ्य से अवगत करवा सकता है कि किस तरह हमारी दिनचर्या इससे प्रभावित रहती है और किस तरह हमें जागरूक रहकर इसका प्रयोग करना है ताकि इसकी गलत प्रयोग से हम किसी मुश्किल में न पड़े। डॉ रूपाली सूद ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज की जिंदगी हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बिना सोच भी नहीं सकते चाहे वह बात हो गूगल मैप की, राइड हेलिंग, फेस डिटेक्शन एंड रिकग्निशन, टैक्स एडिटर एंड आटोकोरैक्ट, चैटबोक्स, इ-पेमेंट, डिजिटल अस्सिटेंट, सोशल मीडिया, गेमिंग ऑनलाइन एडस नेटवर्क, बैंकिंग एंड फाइनेंस, स्मार्ट होम डिवाइसेज, सिक्योरिटी एंड सर्विलेंस, स्मार्ट कीबोर्ड एप, ई-कॉमर्स, या फिर म्यूजिक एंड मीडिया स्ट्रीमिंग सर्विसेज की, उन्होंने कहा की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है यहां तक की एस्ट्रोनॉमी वैज्ञानिक भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से शोध के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। मल्टीमीडिया विभाग से अंकित गोयल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यावहारिक पक्ष से एक वीडियो के माध्यम से टीचर्स को अवगत कराते हुए कर इस के माध्यम से हम अपनी जिंदगी में अद्भुत बदलाव ला सकते हैं। डॉ सुनीत कौर ने थ्रेड्स एंड चैलेंजिस इन यूजिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की ह्यूमन इंटेलिजेंस के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम कर सकती है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस केवल इमिटेशन कर सकती है ओरिजिनल इन्वेंट इसमें कुछ भी नहीं है, उन्होंने कहा कि मानव बुद्धि अपने अनुभव एवं गलतियों से भी सीखती है जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पास ऐसा कोई रास्ता नहीं है उन्होंने कहा कि एडमिशन इंटेलिजेंस की वजह से स्कूल एवं कॉलेज में पढ़ते हुए बच्चों की सृजनात्मकता पर भी असर पड़ रहा है स्कूल एवं कॉलेज पढ़ने वाले विद्यार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हर विषय को ढूंढ रहे हैं रचनात्मकता का इस्तेमाल वे नहीं कर रहे हैं उन्होंने यह भी कहा कि इसकी वजह से रोजगार में भी काफी कमी आ जाएगी। डॉ सुनीत ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई अपराधों का आधार भी बन रही है और इससे रिलेटेड कोई भी लीगल रेगुलेशन अभी नहीं बने हैं जिस वजह से हमें सजग रहकर जिंदगी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करना है। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने फैक्लटी डेवलपमेंट प्रोग्राम के सफल आयोजन के लिए डॉ अंजना कुमारी एवं डॉ पायलअरोड़ा के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

एचएमवी में शार्ट टर्म कोर्स इकोफ्रेंडली लाइफस्टाइल का हुआ समापन

जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी विभाग कैमिस्ट्री की ओर से प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के निर्देशन में ‘इको फ्रैंडली लाइफस्टाइल विषय’ पर 30 घंटे का वैल्यू एडिड शार्ट टर्म कोर्स चलाया गया था। कोर्स इंचार्ज दीपशिखा विभागाध्यक्षा कैमिस्ट्री विभाग ने बताया कि कोर्स में थ्योरी व प्रैक्टिकल को शामिल किया गया था। कोर्स में उन पक्षों पर जोर दिया गया जो हमारे लाइफस्टाइल के माध्यम से हमारी सेहत व वातावरण को प्रभावित करते हैं। कोर्स का उद्देश्य छात्राओं को प्रेरित करना था कि वह स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाएं जिससे वातावरण को कम से कम नुक्सान हो। कोर्स के पाठ्यक्रम में मानव सेहत पर वातावरण के कुप्रभाव, वातावरण की सुरक्षा, सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदम, फूड एडल्ट्रेशन, सस्टेनेबल फैशन तथा इसकी महत्ता आदि शामिल थे। छात्राओं को पीने के पानी की गुणवत्ता चैक करने तथा आम खाने की वस्तुओं जैसे शहद, घी, हल्दी आदि में एडल्ट्रेशन जांचने की ट्रेनिंग भी दी गई। एचएमवी स्किल कोर्स हब इंचार्ज बीनू गुप्ता ने कहा कि इस कोर्स के माध्यम से छात्राओं को रिड्यूस, रीसाइकल तथा रीयूज के प्रति प्रेरित किया गया है। इस कोर्स से 10 छात्राएं लाभान्वित हुईं। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने कोर्स की सफलता पर सभी को बधाई दी। अध्यापक इंचार्ज दीपशिखा व तान्या भी उपस्थित थे।

पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर टेक्सटाइल डिजाइनिंग की तकनीकों पर कार्यशाला का आयोजन

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर के पीजी फैशन डिजाइनिंग डिपार्टमेंट ने टेक्सटाइल डिजाइनिंग की तकनीक विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।इस सत्र के संसाधन व्यक्ति अश्वनी खोसला (प्रोफेशनल, ब्राइटवे कलर्स, अमृतसर) थे। उन्होंने प्रतिभागियों को कपड़ों की रंगाई और छपाई की विभिन्न तकनीकों के बारे में मार्गदर्शन किया। उन्होंने टाई-डाई, बाटिक रंगाई के साथ-साथ स्क्रीन प्रिंटिंग की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को कपड़ा डिजाइन की वैचारिक जटिलताओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना और कपड़े के सौंदर्यशास्त्र के क्षेत्र में रचनात्मकता को बढ़ावा देना था।बी.एससी, एम.एससी और बी.वॉक के छात्र कार्यशाला में शामिल हुए और विषय के बारे में दिलचस्प बातें सीखीं। यह कार्यशाला छात्रों को सुंदर कपड़ों के साथ-साथ घरेलू साज- सज्जा का सामान भी डिजाइन करने में सक्षम बनाती है। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्य और प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) पूजा पराशर ने विभाग के प्रयासों की सराहना की क्योंकि कार्यशाला व्यावहारिक कौशल और उद्योग अंतर्दृष्टि दोनों के साथ छात्रों को सशक्त बनाने में एक अमूल्य अनुभव साबित हुई।

डीएवी कॉलेज जालंधर में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी कॉलेज जालंधर में प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के कुशल नेतृत्व में इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में विभिन्न कक्षाओं के 40 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को घटते ऊर्जा संसाधनों के बारे में जागरूक करना और उन्हें ऊर्जा संरक्षण के नए तरीके खोजने के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर इनोवेशन एंबेसडर प्रो पुनीत पुरी, एचओडी जूलॉजी और समन्वयक इनोवेशन एक्टिविटी, आईआईसी, डीएवी कॉलेज जालंधर द्वारा एक अतिथि व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आईआईसी संयोजक डॉ. राजीव पुरी के स्वागत भाषण से हुई। वरिष्ठ उप प्राचार्य प्रो. सलिल कुमार उप्पल ने अपने स्वागत भाषण में वक्ता का परिचय दर्शकों से कराया और छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एमओई की पहल की सराहना की। उन्होंने बढ़ते प्रदूषण और घटते जीवाश्म ईंधन की चिंताजनक स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने छात्रों को लीक से हटकर सोचने और ऊर्जा संरक्षण के लिए नवीन तरीकों की तलाश करने और ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों की तलाश करने के लिए प्रेरित किया। प्रो.पुनीत ने कहा कि सभी मनुष्यों को अपनी दैनिक गतिविधियों को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह ऊर्जा एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (एटीपी) द्वारा प्रदान की जाती है, जो कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड द्वारा उत्पन्न होती है। वाहनों को ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो कि उनके द्वारा चलाए जाने वाले ईंधन जैसे पेट्रोल, डीजल, कोयला आदि द्वारा प्रदान की जाती है। इस प्रकार के ईंधन की आपूर्ति सीमित है और दिन-ब-दिन तेजी से कम हो रहे हैं। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, जल ऊर्जा आदि का उल्लेख किया। उन्होंने चर्चा की कि जीवाश्म ईंधन कैसे बनाया जाता है और कच्चा तेल अगले 40 वर्षों तक ही चलेगा। उन्होंने भारत में कई सालों से इस्तेमाल हो रहे सोलर कुकर के बारे में बात की. उन्होंने ऊर्जा के रूपांतरण और संरक्षण के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों को कार्बन फुटप्रिंट्स अर्थ ओवरशूट डे आदि शब्दों से परिचित कराया। प्रो. पुनीत पूरी ने अपने व्याख्यान का समापन विभिन्न वेबसाइटों के उल्लेख के साथ किया जहां हम अपने कार्बन पदचिह्नों को माप सकते हैं। अंत में समन्वयक प्रो. विशाल शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। आईआईसी के उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश अरोड़ा ने आयोजन की सफलता के लिए पूरी आईआईसी टीम को शुभकामनाएं दीं।

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