जालंधर (अरोड़ा) - स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल, जालंधर के 12 छात्रों ने 'लुप्तप्राय प्रजातियों' पर एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी परियोजना में भाग लिया, जो प्रिंसिपल डॉ. सोनिया मागो के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कक्षा X, XI और XII (मेडिकल स्ट्रीम) के छात्रों ने फ्रांस, स्लोवेनिया, भारत और इटली के छात्रों के साथ बातचीत की।
प्रोजेक्ट अप्रैल में एक' लोगो प्रतियोगिता 'के साथ शुरू हुआ जिसमें हमारे स्कूल को प्रथम स्थान मिला और यह अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का लोगो बन गया। छात्रों ने एटविनिंग, डिजिटल पैकेट और बुक क्रिएटर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपने विचारों द्वारा विभिन्न लुप्तप्राय प्रजातियों पर शोध की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने स्कूल, इसके विभिन्न क्लबों और स्कूल के प्रमुख कार्यक्रमों का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी दिया।
4 देशों ने भाग लिया और सभी में से 6 प्रजातियों का चयन किया गया, उन 6 प्रजातियों में से 2 भारत से थीं जो एक ईबुक में प्रकाशित हुई थीं। 8 जून को, ऑनलाइन सत्र में परियोजना आयोजक ने छात्रों की आत्मविश्वास के साथ बातचीत करने तथा प्रश्नों का उत्तर देने की सराहना की। छात्रों ने क्विज भी जीता। प्रिंसिपल डॉ सोनिया मागो ने छात्रों और मेन्टर्स के लिए इस तरह के समृद्ध और शिक्षाप्रद प्लेटफार्मों के महत्व पर जोर दिया।