ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा दूसरे दिन भी मांगों को लेकर धरना जारी
सैंट्रलाईजड अडमीशन पोर्टल में ट्रांसपरेंसी एवं यूनीफारमेटी की भारी कमी- प्रिं डा. अजय सरीन
जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब के सभी सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त कॉलेजों के दाखिले के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरु किए गए सैंट्रलाईजड एडमीशन पोर्टल के खिलाफ ज्वाइंट एक्शन कमेटी का धरना दूसरे दिन भी पुडा कम्पलैक्स डीसी दफतर के बाहर जारी रहा। गोरतलब है कि ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा पाँच दिवसीय भूख हड़ताल शुरु कर दी गई है जिसमें पंजाब के एडिड कॉलेज प्रबन्धन तीन राज्य विश्व विद्यालयों के प्रिंसीपल एसोसिएशन, पंजाब चंडीगड़ कॉलेज टीचर यूनीयन (पीसीसीटीयू) और गैर सहायता प्राप्त कॉलेज के प्रबन्धन की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्यों- प्रिं. डा. अजय सरीन- कनवीनर, प्रिं. डा. अनूप कुमार, प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, प्रिं. युगराज, प्रिं. पूजा प्राशर, प्रिं. जसरीन कौर, प्रिं. डा. राजेश प्राशर, प्रिं. डा. एकता खोसला, प्रो. मनू सूद- जीएनडीयू एरिया सक्रेटरी व काफी कॉलेजों के प्रोफैसरों आज के धरने में शामिल रहे। प्रिं. डा. अजय सरीन ने कहा कि सरकार के सैंट्रलाईज एडमीशन पोर्टल में ट्रांसप्रेंसी एवं यूनीफॉरमेटी में भारी कमी है क्योंकि इसमें पंजाब की 16 प्राईवेट यूनीवर्सिटीका को अपनी मनमानी करने की पूरी छूट दे रखी है। प्रिं. अनूप कुमार ने कहा कि उक्त पोर्टल का सबसे बड़ा नुस्ख यह है कि इसके अंतगर्त इंटरनेट युक्त साईबर कैफे अपनी मनमर्जी करेंगे तथा विद्यार्थियों को प्राध्यापकों के पास मिल बैठ कर काऊंसलिंग का मौका नहीं दिया जाएगा जिससे कि वह अपने लिए सही कोर्स एवं संस्थान का चुनाव सही समय पर नहीं कर सकेंगे। प्रो. मनू सूद ने कहा कि पंजाब यूनीवर्सिटी चंडीगड़ ने 5 जून, 2023 को हुई सैनेट की मीटिंग में फैंसला कर के पत्र काारी कर सैंट्रलाईजड अडमीशन पोर्टल द्वारा अपने कॉलेजों में दाखिला करने के लिए मना कर दिया है और वह अपने पंजाब यूनीवर्सिटी सिंडीकेट द्वारा बनाए गए अपने अकादमिक केलैंडर के तहत ही दाखिले करने जा रहे है। प्रिं. पूजा प्राशर ने राज्य सरकार से हाईर एजूकेशन को बचाने हेतू राज्य के शिक्षाविदें को साथ लेकर हाईर एजूकेशन रैगूलेरेटी अथारटी बनाने की मांग कि ताकि शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के हितों की रक्षा की जा सके। आज के धरने में लुधियाने के कॉलेजों के डा. चमकोर सिंह, डा. सुंदर सिंह, डा. रमन सिंह, प्रो. रमन गोयल, डा. मंजीत सिंह व डा. करणदीप भूखहड़ताल पर बैठे।