सीटी यूनिवर्सिटी के डॉ. सतवीर सिंह ने रेडिएशन एक्सपोजर पर वैश्विक अनुसंधान पहल का नेतृत्व किया
जालंधर (अरोड़ा) :- टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी, जापान और सीटी यूनिवर्सिटी, लुधियाना के बीच एक साझेदारी जिसके माध्यम से प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं की एक टीम जापान सोसाइटी ऑफ प्रमोशनल साइंस (जेएसपीएस) और एशिया अफ्रीका पर्यावरण विकिरण अनुसंधान नेटवर्क द्वारा वित्त पोषित अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग लिआ। इसके माध्यम से पंजाब के बठिंडा जिले के क्षेत्र सर्वेक्षण पर विशेष जोर देने के साथ विकिरण जोखिम के खिलाफ स्वास्थ्य प्रबंधन में योगदान दिया गया। रेडियोलॉजिकल साइंसेज विभाग, टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के प्रो. काज़ुमासा इनौए की हालिया यात्रा के दौरान, प्रो. एसके साहू और उनकी प्रयोगशाला के तीन शोधकर्ताओं के साथ व्यापक चर्चा हुई। सीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर चरणजीत सिंह चन्नी, प्रो-चांसलर डॉ. मनबीर सिंह, प्रो वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी व डा. सतवीर सिंह मौजूद रहे। सीटी यूनिवर्सिटी रिसर्च टीम के मुख्य सदस्य डाॅ. सतवीर सिंह ने बठिंडा जिले के क्षेत्रीय सर्वेक्षण के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम ने अपने शोध प्रयासों के तहत भूजल और मिट्टी के नमूने एकत्र किए। चल रही परियोजनाओं में डाॅ. सतवीर सिंह की विशेषज्ञता और योगदान सराहनीय हैं, जो अत्याधुनिक अनुसंधान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए सीटी यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हैं। शोध दल में टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर इनौये , नटराजन, टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी से प्रो. एसके साहू एवं आइटीओ केंद्रीय विवि गढ़वाल से प्रो. आरसी रमोला, गुरुनानक देव विश्वविद्यालय से प्रो. बी. एस. बाजवा, और सेंट्रल यूनिवर्सिटी , गढ़वाल से श्री अभिषेक शामिल थे। इन प्रयासों ने यूरेनियम विषाक्तता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान में वैश्विक साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया। अनुसंधान गतिविधियों के अलावा, जापानी टीम ने सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, शाहपुर, जालंधर के 9वें दीक्षांत समारोह में अतिथि के रूप में भाग लिया, जिससे दोनों संस्थानों के बीच संबंध और मजबूत हुए।