सीटी यूनिवर्सिटी में श्री सुखमनी साहिब पाठ का आयोजन
विशेष भाषण का भी किया गया आयोजन
प्रसिद्ध पंजाबी कवि डॉ. देविंदर सैफी ने 'श्री गुरु नानक देव जी की बानी, संदेश और हमारा कर्तव्य' विषय पर छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए
जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें प्रबंधन, संकाय और छात्रों द्वारा सुखमनी साहिब का पाठ किया गया। इसके बाद गुरुनानक चेयर की देखरेख में प्रसिद्ध पंजाबी कवि डाॅ. दविंदर सैफी द्वारा 'गुरु नानक देव जी की बानी संदेश ते साडे फर्ज' विषय पर भाषण का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत गुरु नानक देव जी द्वारा सिखाए गए तीन बुनियादी सिद्धांतों - "किरत करो", "नाम जपो", "वंड छको" की व्याख्या से हुई। डाॅ. दविंदर सैफी ने बड़े पैमाने पर समाज और समाज में सकारात्मक योगदान देते हुए ईमानदारी, उदारता और आध्यात्मिक जागरूकता के मार्ग पर चलने के लिए इन सिद्धांतों को अपने जीवन में शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।
गुरु नानक चेयर समन्वयक, हरविंदर सिंह सोहल ने श्री गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान श्री ननकाना साहिब से लेकर श्री करतारपुर साहिब तक उनके जीवन से संबंधित स्थानों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। समन्वयक डॉ. लखविंदर कौर ने गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में विशेष जानकारी दी और अतिथियों का धन्यवाद किया। डॉ. दविंदर सैफी के योगदान को मान्यता देते हुए चांसलर चरणजीत सिंह चन्नी, प्रो. चांसलर डाॅ. मनबीर सिंह, प्रो वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी, डीन एकेडमिक डाॅ. सिमरनजीत कौर गिल ने सम्मानित किया। सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डाॅ. मनबीर सिंह ने गुरु नानक देव जी की अनमोल शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने परमात्मा की एकता की सार्वभौमिक अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए ''इक ओंकार'' के पर जोर दिया।