के.एम.वी. को बनवारीलाल पुरोहित ने सम्मानित किया
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर में आयोजित एक महत्वपूर्ण समारोह में, पंजाब के माननीय राज्यपाल, बनवारीलाल पुरोहित ने भारत को एक कौशल-सशक्त और आत्म-निर्भर राष्ट्र बनाने में उल्लेखनीय योगदान के लिए कन्या महा विद्यालय को प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया। उच्च शिक्षा का अग्रणी संस्थान के.एम.वी. कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है। इन आदर्शों के प्रति संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता ने इसे विशिष्टता और मान्यता प्रदान की है। राज्यपाल ने अपने संबोधन में अपने छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करके भारत के भविष्य को आकार देने के अथक प्रयासों के लिए के.एम.वी. की सराहना की। उन्होंने प्रतिभा को निखारने, नवाचार को बढ़ावा देने और देश की प्रगति में योगदान देने में के.एम.वी. जैसे शैक्षणिक संस्थानों द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया। उल्लेखनीय है कि प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, के.एम.वी. शैक्षणिक उत्कृष्टता और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक बना है। कौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षण और उद्यमिता में संस्थान की पहल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और भारत के कार्यबल में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाया है। 'स्किल इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति के.एम.वी. की प्रतिबद्धता ने न केवल इसकी छात्राओं के जीवन को समृद्ध बनाया है, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। उद्योग जगत के लीडर्स और सरकारी एजेंसियों के साथ संस्था की साझेदारी ने कौशल विकास कार्यक्रमों का मार्ग प्रशस्त किया है जो शिक्षा और रोज़गार के बीच अंतर को खत्म करते हैं। सम्मान प्राप्त करते हुए प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया और युवाओं को सशक्त बनाने और देश की आत्मनिर्भरता में योगदान देने के संस्थान के मिशन को जारी रखने का संकल्प लिया। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य के लिए आशावाद की भावना के साथ के.एम.वी. अधिक कुशल, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत को आकार देना जारी रखेगा।