डीएवी यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र साहिल धीमान को मिला सर्वश्रेष्ठ थीसिस का पुरस्कार
जालंधर (अरोड़ा) - डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर के पूर्व छात्र साहिल धीमान को जेनेटिक्स और प्लांट ब्रीडिंग के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट शोध के लिए सर्वश्रेष्ठ एमएससी थीसिस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें मल्ला रेड्डी विश्वविद्यालय, हैदराबाद, सतत कृषि और मानव संसाधन विकास संस्थान (आईएसएएचआरडी), चंडीगढ़ और जस्ट एग्रीकल्चर एजुकेशन ग्रुप द्वारा आयोजित "इन्नोवेशंस टू ट्रांसफॉर्म एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर एंड अलाइड सेक्टर्स" विषय पर आयोजित चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रदान किया गया। यह सम्मेलन हैदराबाद के मल्ला रेड्डी विश्वविद्यालय में हुआ।
साहिल धीमान का थीसिस, "हॉर्सग्राम (मैक्रोटिलोमा यूनिजलोरम) में वर्मीवॉश मीडिएटेड साल्ट स्ट्रेस एमिलियोरेशन के दौरान प्लांट स्ट्रेस बायो-मार्कर्स", डीएवी यूनिवर्सिटी में कृषि विज्ञान संकाय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आशुतोष शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी। यह अनुसंधान उत्तर भारत में कुल्थी के रूप में जानी जाने वाली औषधीय दलहन फसल पर नमक के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए तरल वर्मीकम्पोस्ट के उपयोग पर केंद्रित है। अध्ययन में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कृषि फसलों में सुधार के लिए स्थायी समाधान खोजने की कोशिश की गई है।
साहिल धीमान की थीसिस परियोजना डीएवी यूनिवर्सिटी द्वारा स्पॉन्सर्ड रिसर्च का हिस्सा थी। धीमान ने बी.एससी. (ऑनर्स) एग्रीकल्चर की पढ़ाई और उसके बाद एम.एस सी. (ऑनर्स) एग्रीकल्चर में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। अपनी शैक्षणिक गतिविधियों के बाद, साहिल की प्रतिभा को कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान पहचान मिली। उन्हें भट्टी टिश्यू टेक में जॉब ऑफर हुई। इसके बाद, उन्हें नई दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनी सिंजेंटा इंडिया ने अपने यहाँ प्लेसमेंट दी।