जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित किसानों को धान के खेतों में आने की इजाजत नहीं देगा-डिप्टी कमिशनर
कृषि विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी ने बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए 15 एकड़ धान की फसल निःशुल्क भेजी
मोगा (कमल) :- जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों के धान के खेत को भरने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है. इस कार्य में जिला प्रशासन द्वारा आम किसानों, समाज सेवी संगठनों आदि का भी सहयोग लिया जा रहा है. डिप्टी कमिश्नर ने मोगा जिले में धान की कमी को पूरा करने के लिए कृषि विभाग को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि किसी भी किसान को धान की कमी की समस्या का सामना न करना पड़े। मोगा जिले के किसानों को धान की कमी नहीं होने दी जाएगी। ये शब्द डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रखंड बगहा पुराना के सेवानिवृत्त कृषि पदाधिकारी डाॅ. जरनैल सिंह बराड़ की पहल पर आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसानों के लिए उनके खेतों में लगी 15 एकड़ जमीन के लिए धान की पौध निःशुल्क भेजी गई। डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह डॉ. जरनैल सिंह बराड़ की इस पहल की सराहना की। मुख्य कृषि अधिकारी मोगा डाॅ. मंजीत सिंह ने कहा कि कृषि विभाग के सभी वर्तमान एवं सेवानिवृत्त अधिकारी एवं कर्मचारी अपने नैतिक कर्तव्य के तहत इस प्राकृतिक फसल अवधि में बढ़-चढ़कर किसानों की मदद कर रहे हैं और भविष्य में भी यह कार्य लगातार जारी रहेगा। डॉ. जरनैल सिंह बराड़ ने कहा कि उपरोक्त के अलावा उनके द्वारा अन्य किसानों के लिए भी यह सेवा प्रदान की जा रही है और उन्होंने निर्णय लिया है कि बाढ़ की इस आपदा के दौरान वह अपने खेत में खड़ी सारी पनीरी बाढ़ प्रभावित किसानों को मुफ्त में देंगे. वर्तमान में ब्लॉक बाघापुराना कृषि अधिकारी डॉ. नवदीप सिंह जोरा, डॉ. हरिंदर पाल शर्मा कृषि विकास अधिकारी, जसवीर सिंह और हरविंदर सिंह दोनों एटीएम भी मौजूद थे।