पशुपालन विभाग बाढ़ प्रभावित इलाकों में दिन-रात मवेशियों की देखभाल कर रहा है
मवेशियों की बीमारियों के इलाज के लिए 5 रैपिड रिस्पांस टीमें काम कर रही हैं - डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. हरवीन कौर
डिप्टी डायरेक्टर ने लोगों से पशुओं के लिए अधिक से अधिक दान करने की अपील की
मोगा (कमल) :- पंजाब सरकार और जिला प्रशासन मोगा के दिशा-निर्देशों के अनुसार पशुपालन विभाग मोगा बाढ़ से प्रभावित गांवों के पशुओं की सुरक्षा और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस बारे में जानकारी साझा करते हुए डिप्टी डायरेक्टर पशुपालन विभाग मोगा डाॅ. हरवीन कौर ने कहा कि विभाग ने बाढ़ प्रभावित गांवों के मवेशियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए 5 रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया है, जो मवेशियों का इलाज कर रही हैं और सरकार द्वारा प्राप्त चारे को समय पर वितरित कर रही हैं।
अब तक पशुओं को 150 क्विंटल सरकारी चारा वितरित किया जा चुका है और लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि सरकारी चारे के अलावा 500 क्विंटल हरा चारा व दाना दान स्वरूप एकत्रित कर मवेशियों को खिलाया गया है. डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि बाढ़ प्रभावित मवेशियों के इलाज व दवा के लिए सरकार से अब तक एक लाख रुपये की राशि प्राप्त हो चुकी है, जिससे मवेशियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. उन्होंने कहा कि मोगा जिले में बरसात का मौसम शुरू होने से पहले ही मवेशियों के सूजाक और जांघ की सूजन के खिलाफ 100% टीकाकरण पूरा हो चुका था, जिसके कारण अधिकांश मवेशी बाढ़ से प्रभावित नहीं हुए थे। हरवीन कौर ने जिला मोगा निवासियों से अपील की कि वे इस बाढ़ से प्रभावित गांवों के मवेशियों के लिए अधिक से अधिक मात्रा में भूसा, मांस, चारा आदि उपलब्ध कराएं ताकि यहां के पशुधन को सही अर्थों में रखा जा सके।