के.एम.वी. द्वारा नई शिक्षा नीति के अनुसार नए युग की प्रगतिशील शिक्षा की छात्राओं में हो रही भरपूर सराहना
के.एम.वी. से शिक्षा हासिल कर छात्राएं राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में हो रहीं सक्षम
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था,कन्या महा विद्यालय, जालंधर ने क्षेत्र में प्रगतिशील शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत कर बाकियों के लिए मिसाल कायम की है. के.एम.वी. एकमात्र संस्थान है जो छात्राओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सर्वपक्षीय विकास के लिए पूर्ण तौर से प्रतिबद्ध है. इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि के.एम.वी. द्वारा प्रदान की जा रही नए युग की शिक्षा भारत की नई शिक्षा नीति के अनुरूप है. 21वीं की ज़रूरतों के अनुसार सभी प्रोग्रामों के पाठ्यक्रम को लगातार अपग्रेड किया है ताकि छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्रदान करते हुए उनके कौशल का विकास किया जा सके और के.एम.वी. द्वारा प्रदान की जाने वाली कौशल आधारित शिक्षा भी छात्राओं को इस प्रतियोगी युग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करती है. उन्होंने आगे कहा कि के.एम.वी. द्वारा किए गए इन उत्कृष्ट सुधारों के कारण ही यहां की छात्राएं देश, समाज, राजनीतिक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सक्षम हो रही है. कन्या महा विद्यालय का स्वर्णिम सफर जहां इसकी छात्राओं ने अपनी मेहनत एवं लगन के साथ और अधिक रोशन किया है वहीं साथ ही वह सदा ही इस संस्था के प्रति अपने आपको आभारी महसूस करती हैं जिसे प्राप्त शिक्षा के बल पर उन्होंने सफलता की आयाम स्थापित कर बाकियों का मार्ग रोशन किया है. हाल ही में विद्यालय की छात्रा रूही धीमान ने भारतीय वायु सेना में अपने चयन से जहां विद्यालय को गौरवान्वित किया वहीं साथ ही अपनी इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए रूही ने कन्या महा विद्यालय में प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी के सुयोग नेतृत्व में छात्राओं को अपने संबंधित क्षेत्र में रुचिपूर्वक आगे बढ़ने के लिए दी जाती प्रेरणा के प्रति आभार व्यक्त किया. इसके साथ ही विद्यालय से पत्रकारिता के क्षेत्र में शिक्षा हासिल कर अपने संबंधित क्षेत्र में रोज़गार के उत्कृष्ट अवसर प्राप्त करने वाली छात्राओं मानवी मथारू तथा स्मृति कलेर ने भी विद्यालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां से पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ प्राप्त व्यवहारिक शिक्षा के बल पर ही वह आज हुनरमंद बनकर अपनी पैरों पर खड़ा हो सकी है. एन.सी.सी. केडेट श्रुति सिंह ने भी विद्यालय के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी डायरेक्टरेट का प्रतिनिधित्व करने का विश्वास एवं जोश भी कन्या महा विद्यालय जैसी संस्था में रहकर ही प्राप्त किया जा सकता है जहां छात्राओं को ऐसा माहौल प्रदान किया जाता है जिसके साथ वह बुलंद हौसले से निरंतर आगे ही आगे बढ़ना सीखती हैं. इसके अलावा विद्यालय से कौशल विकसित करती शिक्षा हासिल कर समय-समय पर आत्मनिर्भर बन अपनी परिवार की आर्थिकता में योगदान देने वाली छात्राओं ने भी एक सुर होते हुए संस्था को नमन कर कहा कि सचमुच ही के.एम.वी. का कोई जवाब नहीं जिसकी प्रत्येक गतिविधि में छात्राओं के विकास को ही पहल दी जाती है. प्राचार्या ने विद्यालय की इन सभी बेटियों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालय का नाम रोशन करने के लिए मुबारकबाद दी और कहा कि कन्या महा विद्यालय सदा ही शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाते हुए छात्राओं को कौशल प्रदान कर वैश्विक स्तर पर रोज़गार प्राप्ति तथा उद्यमिता के लिए तैयार करने में अग्रणी रूप में अग्रसर रहेगा।