बिन सैलरी के काम कर रहे है एडिड कॉलेज के शिक्षक, कॉलेजों को बर्बाद करने पर तुली मान सरकार : डॉ सेखों
अमृतसर (अरोड़ा) - पंजाब एवं चंडीगढ़ कॉलेज शिक्षक संघ की अमृतसर इकाई द्वारा पंजाब सरकार के उच्च शिक्षा विरोधी रवैये पर चर्चा के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पंजाब के 136 सहायता प्राप्त कॉलेजों की वर्तमान समस्याओं पर चर्चा की गई चर्चा की। अमृतसर जिला अध्यक्ष डॉ. यादव ने कहा कि पंजाब का उच्च शिक्षा विभाग पिछले काफी समय से एडिड कॉलेजों को खत्म करने की राह पर है। सबसे पहले कॉलेज शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 58 वर्ष की गई, जिससे अनुदानित कॉलेजों में महीनों तक पढ़ाई प्रभावित रही, उसके बाद निजी विश्वविद्यालयों को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्रीय पोर्टल को छोड़ दिया गया। जब मैनेजमेंट फेडरेशन, प्रिंसिपल एसोसिएशन और पीसीसीटीयू ने इसका विरोध किया तो शिक्षकों की बांह मरोड़ने के लिए डीपीआई कार्यालय के बाबुओं ने टीचर्स का वेतन बंद कर दिया ।डॉ. यादव ने कहा कि हमें भी अपने बच्चों का पालन-पोषण करना है । हम रिश्वत के पैसे नही मिलते। हमने सरकार की हर बात मानी और केंद्रीय पोर्टल पर एडमिशन भी शुरू कर दी। पीसीसीटीयू के महासचिव डॉ. गुरदास सिंह सेखों ने 20 जून 2023 को और 26 जून 2023 को प्रधान सचिव को ज्ञापन के माध्यम से शिक्षा विभाग से अनुरोध किया था कि 136 अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों को पिछले 4 माह से वेतन नहीं मिला है, हजारों शिक्षकों की इस मानसिक प्रताड़ना का जिम्मेदार कौन है?
पंजाब सरकार ने वादा किया था कि 7वां वेतन आयोग अक्टूबर 2022 से लागू किया जाएगा, जो आज तक किसी कॉलेज को नहीं मिला, इसकी जिम्मेदारी किसकी है। पी सी सी टी यू के जनरल सेक्रेटरी डॉ गुरदास सिंह सेखों ने कहा की सरकार अपनी मजबूरी बताए जिसके कारण वो ऐडेड कॉलेज को खत्म करने पर उतारू है । कभी केंद्रीय एडमिशन पोर्टल से मार मारी जा रही है, चार चार माह से टीचर्स को सैलरी नही दी जा रही है ।
डी पी आई की तरफ से ऐसी मानसिक प्रताड़ना ठीक नही है । मान सरकार के दौर में सब कुछ गड़बड़ा रहा है । इससे शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जायेगी। पंजाब वूमेन विंग की कन्वेनर डॉ सीमा जेटली ने कहा की अगर शिक्षा को लेकर सरकार सचमुच सचेत है तो उन्हें और मंत्री हरजोत भैंस को कॉलेज शिक्षको को तरफ ध्यान देना चाहिए । समय आ गया है को सातवा पे कमीशन प्रथिमकता पर लागू किया जाए । 1925 कैडर के अध्यापकों को पक्का किया जाय ।
पी सी सी टी यू के जनरल सेक्रेटरी डॉ गुरदास सिंह सेखों ने कहा कि पंजाब सरकार को शहीद भगत सिंह और अंबेडकर जी का सम्मान बरकरार रखना चाहिए, जिन्हें सरकार ने अपना आदर्श बनाया है। अच्छी शिक्षा के कारण ही वे देशभक्त आज हमारी रोशनी हैं और आप सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले सहायता प्राप्त कॉलेजों को बर्बाद करके पंजाब के युवाओं को गुमराह करने जा रहे हैं। इससे उबर जाओ वरना आने वाली पीढ़ियां तुम्हें भी पुरानी घटिया सरकारों की श्रेणी में रख देंगी। अंत में डॉ. गुरदास सिंह सेखों ने भगवंत मान सरकार से अपील की कि वह एडिड कॉलेजों के शिक्षकों के वेतन, 7वां वेतनमान लागू करने, 1925 कैडर के शिक्षकों की नियुक्ति, रुके हुए पदों को भरने के मुद्दे को सुलझाने का प्रयास करें. इस मीटिंग में पीसीटीयू के महासचिव डाॅ. सेखो जिला अध्यक्ष डॉ. यादव, डॉ मलकियत सिंह, डॉ सीमा जेटली विशेष रूप से उपस्थित रहे ।