एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के विद्यार्थियों ने टैक्सटाइल डिजाइनर के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझा
जालंधर (अरोड़ा) :- फैशन डिजाइन के क्षेत्र में पंजाब में नंबर वन रैंक प्राप्त करने वाले एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के डिजाइन विभाग के फैशन एवं टैक्सटाइल के प्राध्यापक डॉ गगन गंभीर ने विद्यार्थियों को टैक्सटाइल डिजाइनर के रूप में अपनी पहचान बनाने और स्थापित होने के लिए महत्वपूर्ण पहलुओं को विद्यार्थियों के साथ सांझा किया। उन्होंने बताया कि टैक्सटाइल डिजाइनर अकेले होकर काम नहीं कर सकता बल्कि मीडिया (इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, फिल्म), आम लोगों की पसंद नापसंद को देखकर ही इस क्षेत्र में वह आगे बढ़ सकता है, टैक्सटाइल डिजाइनर मे कलात्मक दृष्टिकोण, फैब्रिक की विशेषताओं की विस्तृत जानकारी, फैक्ट्री में उत्पादन की प्रक्रिया एवं मार्केट की मांग के अनुसार उत्तम कोटि का टैक्सटाइल बनाने का संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सृजनात्मक एवं अनुभवी टैक्सटाइल डिजाइनर परंपरिक रेखाचित्रों का आधार लेकर अधुनातन टैक्सटाइल साफ्टवेयर जैसे TEXTRONICS, NED GRAPHICS, TUKA TECH का भी प्रयोग करते हुए आज के प्रतियोगिता एवं सृजनात्मक दौर में समसामयिक रचनात्मक एवं स्टाइलिश डिजाइन फैशन डिजाइनिंग, कारपेट निर्माण तथा अन्य क्षेत्रों में उत्तम कोटि के डिजाइन बना कर अपनी पहचान बनाता है।टैक्सटाइल डिजाइन के क्षेत्र में कुछ नया करने की इच्छा रखने वाला कलाकार एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में यात्रा करता है ताकि वह विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के बारे में जानते हुए उनकी कला की पृष्ठभूमि को समझते हुए चिरस्थायी डिजाइन का निर्माण कर सकें। डॉक्टर गंभीर ने बताया कि टेक्सटाइल डिजाइन में डिग्री करने के बाद विद्यार्थी कोलरिस्ट, डिजाइन कोऑर्डिनेटर, फैब्रिक रिसोर्स मैनेजर,फैब्रिक एनालाइजर, फैशन डिजाइनर, फर्निशिंग डिजाइनर्स, फ्रीलांस डिजाइनर, गारमेंट डिजाइनर, होम स्टाइलिस्ट, प्रिंटिंग एंड डाइंग कंसलटेंट, रिपीट आर्टिस्ट टैक्सटाइल डिजाइनर असिस्टेंट के रूप में रोज़गार प्राप्त कर इस क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना सकता है। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस विषय के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा यही प्रयास रहता है कि इस कॉलेज में डिग्री करने वाले सभी विद्यार्थियों की 100% प्लेसमेंट हो सके, उन्होंने कहा कि आज के युग में फैशन डिजाइनर की बहुत मांग है इसलिए इस क्षेत्र में आने वाले विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास पर हमारा पूरा ध्यान रहता है ताकि विद्यार्थी डिग्री पूरी करने के बाद अपने आप को इस क्षेत्र विशेष में स्थापित करते हुए अपने सपनों को साकार कर सकें।