केंद्रीयकृत दाखिला पोर्टल को लेकर शिक्षको का धरना पांचवे दिन भी जारी
अब, पंजाब यूनिवर्सिटी ने भी दाखिला पोर्टल नकारा
जालंधर (अरोड़ा) :- एडिड कालेज मैनेजमेंट, तीन राज्य यूनिवर्सिटियों के प्रिंसिपल एसोसिएशन, पंजाब चंडीगढ़ कालेज टीचर यूनियन पीसीसीटीयू की संयुक्त एक्शन कमेटी (जेएसी) ने आज कालेजों में प्रस्तावित केंद्रीयकृत दाखिला पोर्टल को लेकर धरना प्रदर्शन आज पांचवे दिन में दाखिल हो गया । डी ए वी कॉलेज अमृतसर में सुबह से शिक्षक धरने पर बैठ गए और सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। पीसीसीटीयू के महासचिव डॉ गुरदास सिंह सेखो ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ ने बहुत सोच विचार कर इस पोर्टल एडमिशन को नकार दिया है, जिससे स्पष्ट हो गया है की कालेज अपने दाखिले करने संबधी अब आजाद होंगे। सरकार दाखिलों में दखल नहीं देगी। बाकी यूनिवर्सिटी में भी उच्च शिक्षा विभाग का प्रस्तावित केंद्रीयकृत पोर्टल वापस ले लिया जाए। उन्होंने कहा कि नौकरशाही तानेबाने ने निजी हितों के लिए असल में पीठ में छुरा घोंपा है। क्योंकि यह उच्च शिक्षा में निजी एजेंसियों व कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहते है। धरने को संबोधित करते हुए डॉ मलकियत सिंह ने कहा कि उक्त पत्र उच्च शिक्षा विभाग में नौकरशाही के दबदबे का साफ साफ प्रकटावा है। सरकार कालेजों की चिंताओं को समझने में असफल हो रही है तथा केंद्रीयकृत पोर्टल कालेजों की स्वायत्ता पर सीधा हमला है। इस फैसले को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब हमने उपरोक्त मुद्दों पर संयुक्त रूप से आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है क्योंकि यह कॉलेजों के अस्तित्व को बचाने का मामला है. स्टूडेंट्स अपने कॉलेज छोड़ कर बाहर के सेंटर पर पेपर दे रहे है। स्टूडेंट्स को मानसिक पीड़ित करने के लिए सरकारी तंत्र जिम्मेदार है । यह बात बात डॉ किरण खन्ना ने अपने संबोधन में कही। डॉ खन्ना ने कहा सरकार कम से कम स्टूडेंट की परेशानी को समझे और इस जी जंजाल से टीचर्स को मुक्त करे। इस अवसर पर डॉ डेजी शर्मा, डॉ अजय शर्मा, डॉ मुनीश गुप्ता, प्रो विक्रम शर्मा, प्रो बलराम सिंह यादव, विशेष रूप से उपस्थित रहे।