कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल (को-एड), जालंधर में ‘मदर्स डे’ पर ‘मॉम एंड मी’ का आयोजन
“यह दुनिया है तेज़ धूप, पर वो तो बस छाँव होती है,
स्नेह से सजी, ममता से भरी, माँ तो बस माँ होती है|”
जालंधर (अरोड़ा) :- कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल(को-एड), जालन्धर के परिसर में बड़े ही उत्साह और जोश के साथ “मॉम एंड मी” शीर्षक के अंतर्गत ‘मदर्स-डे’ मनाया गया | माँ कुदरत का करिश्मा है | अगर माँ न होती तो ममता न होती, बिना ममता के इस सृष्टि का पालन कौन करता ? माँ यानि मदर से अभिप्राय “मेक ऑफ द हॉली अर्थ रिलेशन”| हम सब जानते हैं कि माँ का सबसे अधिक प्रभाव उसके बच्चे पर पड़ता है | जिस प्रकार हर इंसान की एक अलग विचारधारा होती है, उसी तरह हर माँ की बच्चे को लेकर एक अलग सोच होती है | अपनी माँ के प्रति प्यार और सम्मान दिखाने के लिए व यादगार समय बिताने के लिए युवा और उत्साही छात्रों ने अनेक गतिविधियों और मौज-मस्ती के लिए अपनी-अपनी माताओं को विशेष रूप से स्कूल में आमंत्रित किया |
12 मई को इस रंगारंग कार्यक्रम में प्री नर्सरी के छात्रों द्वारा मॉम एंड चाइल्ड की मॉडलिंग और ट्विनिंग दिखाई गई | नर्सरी कक्षा के छात्रों ने अपनी माँ के साथ मिलकर अपने क्राफ्ट के माध्यम से अनेक वस्तुएँ बनाई | केजी 1 के छात्रों ने भी अपनी-अपनी माँ के साथ मिलकर अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन किया और वाहवाही लूटी | केजी 2 के छात्रों ने भी माँ की सहायता से फ्लेमलेस कुकिंग की और अपने स्वादिष्ट व्यंजनों की महक से स्कूल प्रांगण को महका दिया |
13 मई के कार्यक्रम में कक्षा प्रथम और द्वितीय के छात्रों ने माँ के प्रति अपने विचार प्रकट किए और कविताएँ सुनाई | ग्रुप सॉग और ग्रुप डांस ने सभी का मन मोह लिया | बच्चों की मदर्स ने भी मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया | साथ ही जुम्बा, गेमस, फ्लेमलेस कुकिंग, बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट जैसी विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। इस समय पर नन्हे- मुन्ने बहुत ही उत्सुक, खुश और ऊर्जा से भरे हुए थे। उन सभी के पास यह एक अद्भुत समय था जिसे वे हमेशा याद रखेंगे। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन नितिन कोहली, वाइस चेयरमैन दीपक भाटिया वाइस प्रैजीडेंट पार्थ भाटिया ने सभी को ‘मदर्स-डे’ की शुभकामनाएँ दी | प्रैजीडेंट पूजा भाटिया ने माँ व बच्चे के प्रेम को सर्वोपरि बताते हुए सभी को माँ का सम्मान करने और उनका सदा ध्यान रखने के लिए कहा। स्कूल की प्रधानाचार्या हरलीन मोहंती ने विद्यार्थियों को बड़ों की सेवा करने और उनका जीवन में योगदान को न भूलने के लिए कहा |