एमएलयू डीएवी कॉलेज में पृथ्वी दिवस समारोह मनाया
जालंधर (अरोड़ा) :- एमएलयू डीएवी कॉलेज में पृथ्वी दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य पर्यावरण आंदोलन की उपलब्धियों का सम्मान करना और आने वाली पीढ़ियों के लिए पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। प्राचार्य डॉ. किरणजीत रंधावा की सलाह के तहत पृथ्वी दिवस मनाने के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बच्चों ने पालने से लेकर कब्र तक हमारी जरूरतों को पूरा करने वाली धरती मां के योगदान को समझाने वाली कविताएं सुनाईं। उन्होंने श्रोताओं को याद दिलाया कि पृथ्वी भूमि, जल और वायु प्रदान करती है जो मानव अस्तित्व की मूलभूत आवश्यकताएँ हैं। उन्होंने दिवस मनाने के महत्व पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. रंधावा ने वक्ताओं द्वारा उठाए गए सर्वोत्तम बिंदुओं पर प्रकाश डाला और उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह दिन न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रदूषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वच्छ आवास बनाए रखने के तरीकों के बारे में पर्यावरण संरक्षण आंदोलन का जश्न मनाता है। उन्होंने कहा कि हमें इस दिन को पूरे जीवन भर मनाना चाहिए न कि साल में एक दिन। हम तीन रुपये की कटौती, पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण पद्धति का अभ्यास कर सकते हैं, और हमें अधिक बगीचे या पेड़ लगाने चाहिए। अपने स्वयं के भोजन को व्यवस्थित रूप से उगाकर और आवश्यकता न होने पर बिजली बंद करके हम धरती माता के संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि काम पर जाने के लिए पैदल, साइकिल, कारपूल या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और निजी वाहनों का उपयोग कम करें। अपने भाषण को समाप्त करते हुए उन्होंने कहा कि पृथ्वी या प्रकृति माँ हर वस्तु को शुद्ध रूप में प्रदान कर रही है, इसलिए इसे बनाए रखना और इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।