जीएनए विश्वविद्यालय में "अकादमिक लेखन" पर कार्यशाला
जालंधर (अरोड़ा) :- जीएनए विश्वविद्यालय के अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ ने "अकादमिक लेखन" पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन शिक्षकों, शोधार्थियों, स्नातकोत्तर और स्नातक स्तर के छात्रों के लिए किया गया था। पहले दिन की शुरुआत डॉ. दीप्ति गुप्ता, डीन, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स अफेयर्स और पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से अंग्रेजी में प्रोफेसर के साथ हुई। उन्होंने अकादमिक लेखन के मानचित्रण, प्रकार, पैरामीटर और महत्व पर सत्र लिया। यह अच्छी तरह से सूचित और एक सराहनीय सत्र था।
वर्कशॉप के दूसरे दिन की देखभाल डॉ. अपरा शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर, एमसीएम डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ ने की। उन्होंने प्रतिभागियों को लेखन कौशल में सुधार के लिए चिंता के क्षेत्रों और अकादमिक लेखन की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया। डॉ. नीरज पुरी, सहायक डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल ने अपनी टीम के साथ कार्यशाला का समन्वय किया और सत्र के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। एस. गुरदीप सिंह सिहरा, प्रो-चांसलर ने इस तरह की रोचक और सूचनात्मक कार्यशालाओं के माध्यम से शोध को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए अनुसंधान प्रभाग के प्रयासों की सराहना की। डॉ. मोनिका हंसपाल ने कहा, "मैं गुणवत्ता के मामले में अनुसंधान को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए अनुसंधान प्रभाग के अंत में किए गए प्रयासों को देखकर बहुत खुश हूं।"