के.एम.वी. में एंटरप्रेन्योरशिप स्किल, एटीट्यूड एंड बिहेवियर डिवेलपमेंट विषय पर वर्कशॉप आयोजित
खेल एवं युवा मामले मंत्रालय, भारत सरकार के जी20-वाई20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत आयोजित इस वर्कशॉप में छात्राओं ने बढ़ चढ़कर लिया भाग
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस, संस्था कन्या महा विद्यालय, जालंधर के इंस्टिट्यूशनस इनोवेशन काउंसिल के द्वारा भारत सरकार के खेल एवं युवा मामले मंत्रालय के जी20-वाई 20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत एंटरप्रेन्योरशिप स्किल, एटिट्यूड एंड बिहेवियर डिवेलपमेंट विषय पर वर्कशॉप का आयोजन करवाया गया. रोज़गार चाहने वालों को स्वरोज़गार, उद्यमी तथा नौकरी निर्माता में बदलने के मकसद के साथ आयोजित हुई इस वर्कशॉप में सरकार के सलाहकार सिद्धार्थ शंकर, राजीव चोपड़ा, चीफ मैनेजर, सेल्स एंड बिजनेस डेवलपमेंट, एस.बी.आई. तथा हर्ष पराशर, खादी एवं ग्रामोद्योग कमिशन, चंडीगढ़ ने स्रोत वक्ताओं के रूप में शिरकत की. आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने जहां एंटरप्रेन्योरशिप के महत्व को दर्शाया वहीं साथ ही कन्या महा विद्यालय के इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल के विजन एवं मिशन के बारे में भी विस्तार से जानकारी साझा की जो सदा छात्राओं को उद्यमी बनने तथा टिकाऊ विकास के लिए प्रोत्साहित करने की ओर प्रयत्नशील है. प्रोग्राम के दौरान 150 से भी अधिक छात्राओं तथा 32 से भी अधिक फैकल्टी मेंबर्स से संबोधित होते हुए श्री सिद्धार्थ शंकर ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए स्टार्टअप्स तथा कारोबार के साथ-साथ स्वरोज़गार के महत्व को विस्तार सहित बताया. इसके अलावा उन्होंने छात्राओं को दिलचस्प उदाहरणों के साथ अपना खुद का कार्य शुरू कर अच्छी कमाई हासिल करने के अलावा सरकार के द्वारा अपनी विशाल दृष्टि तथा कलात्मक विचारों पर काम करने वालों के लिए प्रदान की जाती वित्तीय सहायता के बारे में भी सभी को अवगत करवाया. राजीव चोपड़ा ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए सर्विस सेक्टर तथा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के साथ-साथ प्रोजेक्ट कॉस्ट, लोकेशन कॉस्ट, सेटअप कॉस्ट, कर्जा आदि के बारे में छात्राओं को जानकारी देने के साथ-साथ नया कारोबार शुरू करने के लिए बैंक के द्वारा प्रदान किए जाते लोन की पूर्वशर्तों के बारे में भी चर्चा की. हर्ष पराशर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रधानमंत्री रोज़गार उत्पत्ति प्रोग्राम, प्रधानमंत्री रोज़गार योजना तथा ग्रामीण रोज़गार सृजन योजना जैसी विभिन्न सुविधाओं के लिए लाज़मी योग्यता के बाद बारे में विस्तार से बताया. इसके अलावा उन्होंने के.वी.आइ.सी., के.वी.आइ.बी. तथा डी.आई.सी. जैसी विभिन्न नोडल एजेंसियों के बारे में जानकारी सांझा करने के साथ-साथ ऐसी योजनाओं से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया और उद्यमी पोर्टल से ई.डी.पी. ट्रेनिंग प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में भी बात की. वर्कशॉप के अंत में छात्राओं के द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी स्रोत वक्ताओं के द्वारा बेहद सरल ढंग से दिए गए. मैडम प्रिंसिपल ने इस सफल आयोजन के लिए समूह आयोजक मंडल को हार्दिक शुभकामनाएं दी।