एचएमवी में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशन अधीन स्नातकोत्तर कॉमर्स एवं मैनेजमेंट विभाग की ओर से आईसीएसएसआर द्वारा प्रायोजित स्थिर निवेश व्यवहार को बढ़ावा देना - हरित आर्थिक विकास की दिशा में बदलाव विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। सेमिनार का शुभारंभ ज्ञानात्मक ज्योति प्रज्ज्वल कर एवं डीएवी गान से किया गया। इस अवसर पर सम्मानित अतिथि स्वरूप प्रो. बलविंदर सिंह, यूनिवर्सिटी स्कूल आफ फाइनैंस, जीएनडीयू, अमृतसर उपस्थित रहे एवं मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. ऋषि राज शर्मा-डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट जीएनडीयू रीजनल कैंपस, गुरदासपुर उपस्थित रहे। इनके साथ विशिष्ट अतिथि स्वरूप डॉ. अभय जैन, एसोसिएट प्रोफेसर श्री राम कॉलेज आफ कामर्स, यूनिवर्सिटी आफ दिल्ली, नई दिल्ली, डॉ. पूजा मेहता, आईक्यूएसी कोआर्डिनेटर, एसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंट आफ कामर्स एंड मैनेजमेंट, श्री ओरिबिन्दु कालेज आफ कामर्स एंड मैनेजमेंट, लुधियाना, डॉ. संदीप सिंह, असिस्टैंट प्रोफैसर यूनिवर्सिटी स्कूल आफ अपलाइड मैनेजमेंट, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला एवं डॉ. नवीन पौंदी, असिस्टैंट प्रोफैसर पीजी कॉलेज आफ गल्र्स चण्डीगढ़, डॉ. रूपिंदर बीर कौर, एसोसिएट प्रोफेसर यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ उपस्थित रहे। पीजी डिपार्टमेंट आफ कामर्स एवं मैनेजमेंट विभागाध्यक्षा मीनू कोहली ने सर्व गणमान्य सदस्यों का हार्दिक अभिनंदन किया एवं सेमिनार की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की व कहा कि निश्चय ही आप इस सेमिनार से लाभान्वित होकर जाएंगे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने सर्वप्रथम गणमान्य अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनका स्वागत किया व संस्था परम्परानुसार उन्हें प्लांटर व सम्मान चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि एच.एम.वी. सदैव अपने प्रयत्नों, कार्यों हेतु विश्व चर्चित संस्था रही है जिसमें आज का यह दिन भी अपनी सहभागिता के साथ चिरस्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में स्थिर रहना अति कठिन है। इसके लिए योजनात्मक तरीके से किए गए कार्य एवं आपके प्रयत्न विशिष्ट महत्व रखते हैं फिर चाहे वह कोई भी क्षेत्र क्यों न हो, उदाहरणत: रिश्तों को बनाना अति सरल है, परंतु स्थिर रखना अत्यधिक जटिल एवं दुष्कर है। इसलिए एक मानव होने के नाते इस पर विचार करना अति आवश्यक एवं समय की मांग है। जिस हेतु यह सैमिनार उसी शृंखला में एक महत्वपूर्ण कदम है ताकि हम राष्ट्र के लिए नीति निर्माण कत्र्ता बन अपना योगदान दे सकें। उन्होंने परमपिता परमात्मा से आज के दिवस के सफल व संतोषजनक होने की प्रार्थना करते हुए पीजी डिपार्टमेंट आफ कामर्स एवं मैनेजमेंट के आयोजन हेतु कोआर्डिनेटर मीनू कोहली, डॉ. शालू बत्तरा एवं डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता को बधाई दी। सम्मानीय अतिथि प्रो. बलविंदर सिंह , यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ फाइनैंस, जीएनडीयू, अमृतसर ने अपने संभाषण में एचएमवी में आगमन पर प्रसन्नता व मान महसूस किया। उन्होंने कहा कि एच.एम.वी. संस्था अपने नव प्रयासों हेतु सर्व चर्चित संस्था है। उन्होंने अपने विषय पर बात करते हुए कहा कि यह एक विचारणीय विषय है कि हमें इस सैमिनार के विषय स्थिरता की आवश्यकता क्यों पड़ी? यह एक विचारशील प्रश्न है। जीवन कितना सरल एवं स्वाभाविक रहा है, हमें स्थिरता की आवश्यकता क्यों पड़ी, क्यों आज पवन, पानी व वातावरण की शुद्धता के बारे में सोचना पड़ रहा है। जो पवन, पानी व धरती हमारे पूजनीय रहे हैं, आज हम क्यों उन्हें गंदला कर रहे हैं। उन्होंने अपनी सभ्यता, संस्कृति एवं मूलता से जुडऩे हेतु प्रेरित किया। उन्होंने स्वयं पर आत्मविश्वास कर तन के साथ-साथ मन को शुद्ध करने के लिए शिक्षित किया। इसी उपलक्ष्य में प्रो. ऋषि राज शर्मा ने अपने वक्तव्य में निवेश स्थिरता पर विचार व्यक्त करते हुए आत्मानुशासन के साथ सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षित करते हुए विभिन्न लक्ष्यों हेतु प्रेरित किया। इस उपरांत टैक्निकल सैशन के विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। प्रथम सत्र हेतु डॉ. शालू बत्तरा ने आभार व्यक्त किया। सेमिनार के समापन समारोह में प्रो. अभय जैन, एसोसिएट प्रो. श्री एम कालेज ऑफ कामर्स, यूनिवर्सिटी आफ दिल्ली, नई दिल्ली ने अपने अमूल्य विचारों से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया व विषय संबंधी बहुमूल्य जानकारी सांझी की। इस अवसर पर सेमिनार में लगभग 200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेकर बहुमूल्य अवसर प्राप्त किया। समागम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन डॉ. अंजना भाटिया द्वारा सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर समस्त कामर्स विभाग के सदस्य उपस्थित रहे।