के.एम.वी. में मॉरल एजुकेशन प्रोग्राम की शुरूआत
प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने छात्राओं से शिक्षा के उद्देश्य विषय पर बात की
व्यक्ति के चरित्र निर्माण में नैतिक शिक्षा बहुत ज़रूरी : प्रो. अतिमा शर्मा दिवेदी
के.एम.वी.मॉरल एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने वाला क्षेत्र का पहला तथा इकलौता कॉलेज
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर हमेशा अपनी छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास के लिए प्रयासरत रहता है। इस संबंध में संस्था द्वारा छात्राओं में मानवीय मूल्यों और नैतिकता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए विशेष रुप से मॉरल एजुकेशन प्रोग्राम शुरू किया गया है। के.एम.वी. ऑटोनॉमस दर्जे के तहत शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए लाए गए परिवर्तनों और सुधारों के अंतर्गत अंडर ग्रेजुएट स्तर पर पर दूसरे सेमेस्टर की छात्राओं के पाठ्यक्रम में वैल्यू ऐडेड प्रोग्राम के रूप में इस कार्यक्रम को शामिल करने वाला यह क्षेत्र का पहला और एकमात्र संस्थान है। इस सेमेस्टर के दौरान मॉरल एजुकेशन प्रोग्राम विद्यालय प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी के संबोधन से शुरू किया गया था. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति में जीवन भर सीखने की भावना पैदा करना है और केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं बल्कि उनके चरित्र और व्यक्तित्व के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके साथ ही उन्होंने अनेक उचित, सकारात्मक और रोचक उदाहरणों के साथ विषय की व्याख्या की और कहा कि एक व्यक्ति का चरित्र उसके विचारों, भावनाओं, जज्बातों, आदतों और कार्यों का प्रतिबिंब होता है जो वह जीवन भर करता है और प्रत्येक व्यक्ति के चरित्र निर्माण में नैतिक शिक्षा अपना विशेष स्थान रखती है, जो उसे परिवार, समाज और देश का निर्माण में सामूहिक रूप से योगदान डालनी के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उसके वजूद का आधार भी सिद्ध होती है। उल्लेखनीय है कि यह नैतिक शिक्षा कार्यक्रम लंबे समय से महसूस की जा रही ज़रूरत को पूरा करने और मौजूदा शिक्षा पाठ्यक्रम में छूटी हुई कड़ी को उपलब्ध कराने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य छात्राओं में आत्म विश्लेषण की प्रक्रिया शुरू कर उन्हें उचित मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए उनके दृष्टिकोण में बदलाव लाना है। यह प्रोग्राम मूल्य-आधारित जीवन और नैतिक मानवीय आचरण को विकसित करने की दिशा में प्रयत्नशील, जहाँ विद्यार्थी सहजता से आपसी सहयोग और सद्भाव के मूल्य सीखेंगे। यह विशेष प्रयोग संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण अकादमिक इनपुट है। कन्या महा विद्यालय में ये सभी इनोवेटिव और अपनी तरह के पहले वैल्यू ऐडेड प्रोग्राम छात्राओं को प्रभावशाली वैश्विक नागरिक बनाने में मदद करते हैं। कार्यक्रम में तीन मॉड्यूल शामिल होंगे जिसके दौरान अनुभवी फैकल्टी मेंबर्स विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर छात्राओं को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्राचार्या ने डाॅ. शालिनी गुलाटी के द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।