के.एम.वी. द्वारा डोमेस्टिक वायलेंस अगेंस्ट विमेन: ब्रेक द साइलेंस विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के पोस्ट ग्रैजुएट डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकोलॉजी के द्वारा डोमेस्टिक वायलेंस अगेंस्ट विमेन: ब्रेक द साइलेंस विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन करवाया गया. इस आयोजन में डॉ. मेघा मिश्रा, ऑब्सटेट्रिशियन तथा गाइनेकोलॉजिस्ट, साउथएंड यूनिवर्सिटी, लंदन, यू.के. ने बतौर स्रोत वक्ता शिरकत की. वेबीनार के दौरान छात्राओं से संबोधित होते हुए डॉ. मेघा ने औरतों पर हो रहे जुर्म एवं हिंसा के बारे में बात करते हुए इन मुद्दों के प्रति जागरूकता के प्रचार एवं प्रसार की ज़रूरत और अहमियत को विस्तार से बयान किया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बहुत बार फैसले का डर, वित्तीय निर्भरता, बच्चों की ज़िम्मेदारी, गर्भावस्था एवं अपने धैर्य के साथ बदलाव लाने की उम्मीद जैसे कई कारणों की वजह से महिलाएं अपने खिलाफ हो रहे दुर्व्यवहार के विरुद्ध आवाज़ नहीं उठा पाती. इसके साथ ही उन्होंने दुर्व्यवहार के विभिन्न रूपों के बारे में बात करते हुए छात्राओं में इस बेहद संवेदनशील विषय के प्रति सोच पैदा करने के मकसद से एक सर्वेक्षण भी आयोजित किया जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इसके अलावा अपने संबोधन के दौरान उन्होंने हिंसा पीड़ित महिलाओं के जीवन में एक सकारात्मक सेध लेकर आने के लिए साइकोलॉजिस्ट तथा मेंटल हेल्थ केयर प्रोवाइडरज़ की भूमिका को बयान करते हुए भारत तथा यू.के. में घरेलू हिंसा के आंकड़ों के बारे में भी जानकारी दी. वेबीनार के अंत में उन्होंने छात्राओं के द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों का जवाब बेहद सरल ढंग से दिया. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने विषय की महत्वपूर्ण जानकारी छात्राओं को प्रदान करने के लिए डॉ. मिश्रा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस सफल आयोजन के लिए साइकोलॉजी विभाग के द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की।