जीवन में सफल होने के लिए डिप्स आईएमटी के विद्यार्थियों को सिखाया मंत्र
जालंधर (प्रवीण) :- जीवन में अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए सबसे जरूरी है कि विद्यार्थी को नैतिक मूल्यों, शिष्टाचार, लाइफ, टाइम मैनेजमेंट के बारे में जानकारी हो। इसी के बारे में विद्यार्थियो को अवगत करवाने के लिए डिप्स आईएमटी में बच्चों के लिए शिष्टाचार और लाइफ, टाइम मैनेजमेंट पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान साफ्ट स्किल एडवाइजर वैशाली श्योराण द्वारा बच्चों को इस बारे में जानकारी दी। शिष्टाचार और नैतिक मुल्यों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को इसके माध्यम से वह सही और गलत के बीच अंतर भेद को समझने में सक्षम होते है। ऐसे लोग न केवल परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करते बल्कि अपने आस-पास के लोगों, जीव-जंतुओं, पर्यावरण की रक्षा करते है उनकी मदद करते है। समाज में आदर के साथ रहते है और सबका सम्मान करते है। लाइफ, टाइम मैनेजमेंट और टैबल मैनर्स के बारे में बच्चों को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी है कि हम जीवन में हर चीज को तय समय सीमा के अनुसार मैनेज करें ताकि आप अपना सारा कार्य कर जीवन में आगे बढ़ सकें। इससे हम जीवन में अपनी प्राथमिकताओं को तय कर सकते हैं। जीवन में पढ़ाई और काम के साथ सेहत और परिवार के लिए भी समय निकालना बहुत ही जरूरी है और आप यह तभी कर सकते है जब हम लाइफ और टाइम मैनेज करना जानते हो। वहीं आप घर पर हो या बाहर टेबल मैनर्स बहुत ही जरूरी है ताकि आप खाना खाते समय किसी के भी सामने शर्मिंदा न हो। इस दौरान उन्होंने बच्चों को टेबल पर बैठने, खाना खाने और बर्तनों का सही ढंग से इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि हमें कभी भी खाना वेस्ट नहीं करना चाहिए और हमेशा सही तरीके से टेबल पर बैठ कर खाना चाहिए। खाने की आदतों को सीखने के लिए हमें हर रोज घर पर प्रैक्टिस करनी चाहिए। प्रिंसिपल डॉ. रवि सिद्धू ने कहा कि हमें जीवन में न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों से भी हमेशा ईमानदार रहना चाहिए तभी आप भरोसेमंद व्यक्ति बनते है। आपकी यह ईमानदारी आपके व्यक्तिगत और कार्यकारी जीवन में काफी मददगार साबित होती है। यह शिष्टाचार एक दिन में नहीं आते है इसलिए हर रोज थोड़ी-थोड़ी शुरूआत करनी चाहिए ताकि आप इस मंत्र को सीख सकें और जीवन में अपनी मंजिल को हासिल कर सके। विद्यार्थियों के साथ जरूरी है कि घर पर माता-पिता और स्कूल में टीचर्स भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए और इन सबका पालन करना चाहिए ताकि बच्चें अपने सीनियर्स को देखकर सीख सकें।