बोर्डों पर पंजाबी भाषा सबसे ऊपर लिखने का कासा ने किया स्वागत
जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सी.बी.एस.ई एफिलिएटेड स्कूल एसोसिएशन (दोआबा रीजन) द्वारा एक एग्जीक्यूटिव मेंबर्स की मेटिंग का आयोजन गया जिसमें अध्यक्ष अनिल चोपड़ा, उपअध्यक्ष जोधराज गुप्ता, संजीव मड़िया, संजीव बांसल, डॉ.अनूप बोरी, एम.एस गिल, डॉ.नरोत्तम सिंह, डॉ.टंडन, ललित मित्तल, मनिंदरजीत सिंह सिक्का आदि शामिल हुए। सभी मेंबर्स ने पंजाब सरकार द्वारा की गई पहल "जिसमें स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों में पंजाबी भाषा में नाम सबसे ऊपर लिखने का आदेश दिए हैं" इसका स्वागत करते हुए विश्वास दिलाया कि कासा के अधीन सभी स्कूलों में इस फैसले को अमल में लाया जाएगा और स्कूलों के नाम पंजाबी भाषा में सबसे ऊपर लिखे जाएगें। साथ ही सभी मेंबर्स ने अन्य स्कूलों, कॉलेजों को सरकार की पहल को लागु करने की अपील की। अध्यक्ष अनिल चोपड़ा ने इसके बारे में चर्चा करते हुए कहा कि अगर हम अपनी आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संस्कारों के साथ जोड़े रखने के लिए उन्होंने मातृभाषा के साथ जोड़े रखना बहुत जरूरी है। इसी लिए हम सब सरकार की इस मुहीम में साथ हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि स्कूलों की बसों की पासिंग के लिए बसों को बाहर भेजना पड़ता हैं जहाँ उन्होंने काफी समय लगता है। जिसके कारण स्कूल के बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार छात्रों की स्कूल से छुट्टी भी हो जाती है जिससे उनका पढाई में काफी नुकसान होता है। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इसके लिए जिला स्तर पर एक अफसर बनाया जाए जो कि स्कूलों में जाकर बसों की पड़ताल कर उन्हें पासिंग दे सके। इससे सरकार, स्कूल और बच्चों का काफी समय भी बचेगा और परेशानी भी नहीं होगी। इसके अतिरिक्त उपअध्यक्ष जोधराज गुप्ता ने कहा कि स्कूलों को बिल्डिंग सेफ्टी के लिए हर वर्ष सर्टिफिकेट लेना जरूरी है जबकि बिल्डिंग को 4 से 5 तक कोई खराबी नहीं आती इसलिए सरकार को इस स्कूल बिल्डिंग सेफ्टी सर्टिफिकेट की वैधता 5 वर्षीय करनी चाहिए।