एपीजे में मनाया गया बैसाखी का पर्व
जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल महावीर मार्ग जालंधर के प्रांगण में अपनी कर्मनिष्ठ, प्रतिभावान सुषमा पॉल बर्लिया जी (चेयरपर्सन, एपीजे एजुकेशन, को फाउंडर एंड चांसलर, एपीजे सत्य यूनिवर्सिटी, चेयरपर्सन एंड प्रेसिडेंट, एपीजे सत्य और स्वर्ण ग्रुप, चेयरपर्सन-एपीजे सत्य एजुकेशन रिसर्च फाऊंडेशन) के सकारात्मक और कुशल नेतृत्व और आशीर्वाद के साथ बैसाखी का पर्व हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया। विद्यालय के छात्रों ने पंजाबी मुटियार तथा गबरु की वेशभूषा में सज - धज कर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत ‘छला बेरी’ गीत की प्रस्तुति के साथ हुई। विद्यालय के छात्रों ने विभिन्न पंजाबी गीतों की धुन पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करके समा बांधा और दर्शकों का मन मोह लिया। बैसाखी के महत्व को ‘साडा पंजाब साडी शान’ एकांकी के द्वारा विभिन्न छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया। पंजाब की सभ्यता एवं संस्कृति को प्रदर्शित करती इस एकांकी में बैसाखी के त्यौहार का महत्व बड़े ही आकर्षक ढंग से बताया गया। बैसाखी पंजाब के लोगों के लिए फसल कटाई के त्यौहार के साथ-साथ किसानों द्वारा एक धन्यवाद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। किसान प्रचुर मात्रा में उपजी फसल के लिए ईश्वर का धन्यवाद करते हैं और भविष्य की समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। प्रिंसिपल संगीता निस्तंद्रा ने बैसाखी का महत्व बताते हुए विस्तार से पर्व के बारे में जानकारी दी तथा छात्रों को जीवन में मिलने वाले अनाज का महत्व बताया जो हमें धरती मां से मिलता है। हमारी धरती मां एक मां की तरह हमारा भरण पोषण करती है इसलिए हमें अपनी धरती मां की रक्षा हेतु वृक्षारोपण करने चाहिए तथा इसे प्रदूषण से बचाना चाहिए।। प्रिंसिपल संगीता निस्तंद्रा ने कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले प्रत्येक अध्यापक तथा छात्र की सराहना की।