बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन ने एक बहु-विषयक दृष्टिकोण’ पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया
अमृतसर (प्रतीक) :- बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन, अमृतसर के रसायन विज्ञान विभाग ने ’नैनोफाइबर के बायोमेडिकल अनुप्रयोगों के लिए अनुसंधान पद्धतिः एक बहुविषयक दृष्टिकोण’ शीर्षक से एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवास्कुलर साइंसेज, सेंट बोनिफेस हॉस्पिटल, अल्ब्रेक्ट्सन रिसर्च सेंटर, कनाडा से डॉ. सुखविंदर कौर भुल्लर कार्यशाला की मुख्य वक्ता थी। कार्यशाला में डॉ. भुल्लर ने नैनोफाइबर प्रौद्योगिकी के दिलचस्प क्षेत्र और हृदय संबंधी उपचारों में क्रांति लाने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार अति सूक्ष्म नैनोफाईबर को एडवांस स्टैंट - अवरुद्ध धमनियों को खोलने के लिए उपयोग की जाने वाली छोटी जालीदार ट्यूब बनाने के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने हृदय ऊतक पुनर्जनन में नैनोफाइबर की क्षमता पर चर्चा की। अपने शोध की तकनीकी सूक्ष्मता को संबोधित करने के साथ-साथ, डॉ. भुल्लर ने इस उभरते क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवा विज्ञान छात्रों के लिए उपलब्ध रोमांचक अवसरों पर जोर दिया। इस अवसर पर बोलते हुए, प्राचार्य डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने छात्रों के बीच वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि नैनोटेक्नोलॉजी विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एक उभरती हुई सीमा का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए छात्रों को इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहिए। बीएससी के छात्र कार्यशाला में मेडिकल, नॉन-मेडिकल और बायोटेक्नोलॉजी के साथ-साथ कॉलेज की एनएसएस इकाई के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यशाला में विज्ञान विभाग से डॉ. रश्मी कालिया, डॉ. पूनम खुल्लर, डॉ. श्वेता मोहन, डॉ. वंदना गुप्ता, डॉ. लावण्या और डॉ. शैलजा मौजूद रहीं।