के.एम.वी. में म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर में दो दिवसीय वर्कशाप का आगाज़
75 से भी अधिक सफाई सहायकों ने वर्कशॉप में लिया भाग
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर के साथ मिलकर वेस्ट सेग्रीगेशन एंड अप-साइकलिंग फॉर एंटरप्रेन्योरशिप विषय पर दो दिवसीय वर्कशाप का आगाज़ किया गया. विद्यालय के प्राध्यापकों डॉ. प्रदीप अरोड़ा एवं डॉ. हरप्रीत कौर को नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन (एन.सी.एस.टी.सी.) डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार के द्वारा डेवलपिंग लो कॉस्ट टीचिंग एड्स इन प्रमोटिंग सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट विषय पर आधारित प्रदान किए गए रिसर्च प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित हुई इस वर्कशॉप में चंद्र मोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. पुनीत शर्मा (पी.सी.एस.), जॉइंट कमिश्नर- कम-ज़ोनल कमिश्नर (केंट) विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए तथा डॉ. (प्रो.) गिरीश सपरा, संस्थापक एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, ग्रीन ब्रिगेड प्राइवेट लिमिटेड ने पहले दिन के लिए स्रोत वक्ता के रूप में शिरकत की. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन के दौरान टिकाऊ कचरा प्रबंधन तथा एंटरप्रेन्योरशिप के रूप में अप साइकलिंग की ज़रूरत एवं महत्व से सभी को वाकिफ करवाया. इसके साथ ही उन्होंने सफाई सहायकों के द्वारा किए जाते प्रयत्नों की सराहना करते हुए कचरा प्रबंधन एवं इसको आमदनी के साधन में के रूप में उपयोग किए जाने पर भी बात की.
मुख्य अतिथि चंद्र मोहन ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए वेस्ट सेग्रीगेशन के महत्व को दर्शाने के साथ-साथ इस दिशा में कन्या महा विद्यालय के द्वारा जागरूकता फैलाते किए जाते महत्वपूर्ण कार्यों की भी सराहना की. विशेष अतिथि पुनीत शर्मा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि साफ-सुथरे पर्यावरण के संकल्प के लिए सभी को अपना दायित्व एक समान निभाना चाहिए तथा इस अवधारणा में सदा ही सफाई सहायकों का योगदान सबसे ऊपर रहा है. इसके अलावा उन्होंने कन्या महा विद्यालय के द्वारा समय-समय पर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर के साथ मिलकर किए जाते महत्वपूर्ण कार्य की भी सरहाना की. स्रोत वक्ता डॉ. गिरीश सपरा ने विशेष तौर पर इंटरएक्टिव सेशन आयोजित कर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, जालंधर के कर्मचारियों के साथ संबंधित विषय पर विचार चर्चा करते हुए उनकी शंकाओं को दूर किया. प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. प्रदीप अरोड़ा ने वर्कशॉप के दौरान सुखे एवं गीले कचरे के उपयोग से उत्पन्न होने वाली विभिन्न संभावनाओं पर चर्चा की. प्रोजेक्ट के को प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. हरप्रीत कौर ने इस अवसर पर स्थिरता और चक्रीय अर्थव्यवस्था के महत्व पर ज़ोर देते हुए नवीन व्यवसाय मॉडल के माध्यम से वेस्ट पदार्थों को मूल्यवान रिसोर्स में बदलने की क्षमता पर प्रकाश डालना. उल्लेखनीय है कि इस वर्कशॉप में 75 से भी अधिक सफाई सहायकों ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया. प्राचार्या ने वर्कशॉप के पहले दिन के सफल आयोजन पर डॉ. प्रदीप अरोड़ा, प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर तथा डॉ. हरप्रीत कौर को प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की |