डीएवी कॉलेज जालन्धर में एक दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया
जालंधर (अरोड़ा) :- किताबें सकारात्मक मूल्य प्रदान करती हैं, हमारे दिमाग को व्यापक बनाती हैं और हमें प्रबुद्ध करती हैं। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार डीएवी कॉलेज जालन्धर की लाइब्रेरी के बुक बडीज क्लब की ओर से एक दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, एचओडी लाइब्रेरी प्रो. नवीन सैनी और बुक बडीज क्लब की प्रभारी प्रो. शवेता ने किया। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को नई प्रकाशित पुस्तकों से परिचित कराना तथा विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना था। प्रदर्शनी में लगभग हर विषय पर 2,000 से अधिक पुस्तकें प्रदर्शित की गई। कॉलेज के विभिन्न विभागों से संकाय सदस्य और विद्यार्थियों ने प्रदर्शनी का दौरा किया और अपनी पसंद की किताबें खरीदीं। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि पुस्तकें व्यक्ति में सकारात्मक सोच पैदा करती हैं, जिसका कोई विकल्प नहीं है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत पाठ्यक्रम में काफी बदलाव आये हैं और इस दृष्टि से यह पुस्तक प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभदायक है। प्राचार्य डॉ. राजेश ने कहा कि बच्चों में धीरे-धीरे किताबें पढ़ने की आदत छूट रही है, अगर किताब सामने होगी तो पढ़ने में रुचि पैदा हो सकेगी, वहीं दूसरी ओर ई-संसाधनों में वह आकर्षण नहीं है जो किताब देखने के बाद आता है। लाइब्रेरी के एचओडी प्रो. नवीन सैनी ने कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी पुस्तकालय की नियमित गतिविधियों में से एक है। पुस्तक प्रदर्शनी छात्रों को किताबों से जोड़ने और उनमें पढ़ने की आदत विकसित करने का एक माध्यम है। किताबें सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. पुस्तक प्रदर्शनी एक ऐसा मंच है जहां हम किताबों से रु-ब-रु होते हैं। बुक बडीज़ क्लब की इंचार्ज प्रो. शवेता ने कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी छात्रों को विभिन्न विषयों पर नई प्रकाशित पुस्तकों से परिचित कराने का एक प्रयास है। आज की प्रदर्शनी को लेकर छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखा गया और विद्यार्थियों से इस प्रदर्शनी पर फीडबैक भी लिया गया। इस प्रदर्शनी पर उप-प्राचार्य डॉ. कंवर दीपक, रजिस्ट्रार एस.के. तुली, स्टाफ सचिव डॉ. संजीव धवन, एलएसी मेंबर डॉ. नवीन सूद, डॉ. राज कुमार, प्रो. मनोज कुमार, प्रो. सोनिका, प्रो. मनीष खन्ना, प्रो. अशोक कपूर, डॉ. अशोक खुराना, डॉ. नवजीत, डॉ. दिनेश अरोड़ा, प्रो. नरेश, डॉ. विनोद, डॉ. आशु, डॉ. किरणदीप कौर, प्रो. सुरुचि कटला, प्रो. रंजीता, प्रो. शवेता, श्री. नरिंदर पाल, सुरिंदर कौर, शबनम, राहुल, अविनाश आदि भी मौजूद थे।