डीएवी कॉलेज जालंधर में एक दिवसीय कार्यशाला ऐस योर सॉफ्ट स्किल्स का आयोजन
जालंधर (अरोड़ा) :- साक्षात्कार सत्र का सामना करते समय सच्चा और वास्तविक होना बेहद महत्वपूर्ण होता है, अपने प्रति ईमानदार रहें, अपने दिल की बात कहें, यह हमेशा पैनल को आकर्षित करता है”- रूहानी कोहली डीएवी कॉलेज जालंधर की स्टूडेंट एडवाइजरी एंड वेलफेयर कौंसिल द्वारा स्टूडेंट्स के लिए 'रिज्यूम राइटिंग, साक्षात्कार और समूह चर्चा कौशल' विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला “ऐस योर सॉफ्ट स्किल्स” का आयोजन किया। इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन बुल्ज़ आई की संस्थापक रूहानी कोहली थीं। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों के साक्षात्कार और समूह चर्चा कौशल को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करवाना था ताकि उन्हें आवश्यक उपकरणों से लैस किया जा सके जो सफल नौकरी साक्षात्कार और समूह चर्चा के लिए महत्वपूर्ण हैं। रूहानी कोहली का स्वागत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजेश कुमार, एलएसी सदस्य डॉ नवीन सूद, स्टाफ सेक्रेटरी डॉ संजीव धवन और स्टूडेंट कौंसिल के डीन प्रो मनीष खन्ना ने गुलदस्ता एवं स्मृतिचिह्न देकर किया। कार्यशाला में फाइनल ईयर के 120 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। स्टूडेंट कौंसिल की जॉइन सेक्रेटरी छात्रा आकांक्षा ने रिसोर्स पर्सन का परिचय स्टूडेंट्स से कराया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ राजेश कुमार ने कहा कि इस वर्कशॉप के ज़रिये विद्यार्थी अपने सॉफ्ट स्किल्स के नए गुर सीखेंगे, जो उनको भविष्य में अति लाभदायक होंगे। इस वर्कशॉप कराने का उद्देश्य भी यही है कि भविष्य में होने वाले साक्षात्कारों के लिए विद्यार्थियों की तैयारी करवाई जा सके ताकि अधिक से अधिक छात्रों को जॉब मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों के भविष्य को देखते हुए कॉलेज की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपने विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करे ताकि वो एक सफल नौकरी या व्यवसाय में जा सके। पहले सेशन रिज्यूम राइटिंग में रूहानी कोहली ने रिज्यूम को बेस्ट बनाने के लिए छह बुनियादी युक्तियाँ बताते हुए कहा कि स्टूडेंट एक उत्कृष्ट पेशेवर बायोडाटा बनाये जिसने एजुकेशन, अनुभव, पाठ्येतर गतिविधियां, अपने स्किल्स, रेज़्युम की फ़ॉर्मेट के साथ उसका पुनरीक्षण और समीक्षा पर ज़रूर ध्यान दे। दूसरे सेशन में इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन के लिये स्टूडेंट्स को करेंट अफेयर्स पर अपनी मजबूत पकड़ बनानी चाहिए, तार्किक निष्कर्ष के लिए अखबारों में आनेवाले लेखों को पढ़ने से मदद मिलेगी, इंटरव्यू के दौरान छात्र की सामान्य समझ, आत्मविश्वास और उसकी क्षमताओं को जांचा जाता है इसलिए हर स्टूडेंट अपनी नेतृत्व क्षमता बढ़ाने पर जोर दे और अपने मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष से जुड़े सवालों का जवाब देते समय ईमानदारी बरतें। स्टूडेंट्स को सफल होने के हमेशा अपडेट रहे, अपनी क्लियर एप्रोच रखे, टॉपिक पर पहले से ब्लूप्रिंट बनाकर रखे , इंटरव्यू में शांत स्थिर आशावादी रहें और अपने कमजोर पक्ष की इवैल्यूएशन करते रहे। अंत में स्टूडेंट कौंसिल के डीन प्रो मनीष खन्ना ने कहा कि रूहानी कोहली ने बहुत ही बाखूबी से विद्यार्थियों को बोलने की कला, स्पोकन इंग्लिश, ग्रुप डिस्कशन, शिष्टाचार एवम आत्मविश्वास को बढ़ाने के बारे जानकारी दी, जो उनके भविष्य में बहुत लाभकारी होगी। कार्यशाला के अंत में छात्रों ने रिसोर्स पर्सन के साथ प्रश्न उत्तर सत्र में अपनी शंकाओं का समाधान किया।