प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना के लिए डाक विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे: सुभाष चंद्र मीना
जालंधर (ब्यूरो) :- माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना की घोषणा की गई है जिसका उद्देश्य प्रत्येक महीने रूफ टॉप सोलर (RTS) ज़रिये 300 यूनिट बिजली प्रदान करके 1 करोड़ परिवारों को रौशन करना है। इस योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए डाक विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। यह जानकारी देते हुए सुभाष चंद्र मीना, सीनियर सुपरडेंट पोस्ट आफिस जालंधर ने बताया कि डाक विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे और स्कीम के लाभों के बारे में बता कर मोबाइल एप्लिकेशन पर लोगों की रजिस्ट्रेशन करेंगे। उन्होंने बताया कि जिन घरों में लोग सोलर रूफ टॉप लगाना चाहते हैं, उनका पंजीकरण मौके पर ही किया जाएगा। हाल ही में केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में लोगों को प्रतिमाह 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए डाक विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया के लिए लाभार्थी के आवश्यक विवरण जैसे कि मकान की छत की फोटो, लाभार्थी का मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पिछले 6 महीनों का बिजली बिल इत्यादि ऐप पर अपलोड किए जाएंगे और पंजीकरण डाक कर्मचारियों द्वारा मौके पर ही किया जाएगा। सुभाष चंद्र मीना ने बताया कि केंद्र सरकार ने बिजली की बचत करने और बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए यह योजना शुरू की है। इस तहत खपतकारों को हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोग डाकघरों में जा कर भी इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 0-150 यूनिटों की औसत मासिक बिजली की खपत के लिए, सोलर प्लांट की समर्था 1-2 किलोवॉट है और इस पर सब्सिडी 30,000 से 60,000 रुपये है। इसी तरह,150-300 यूनिटों की औसत मासिक बिजली की खपत के लिए, सोलर प्लांट की समर्था 2-3 किलोवॉट है और इस पर सब्सिडी 60,000 से 78,000 रुपये है। 3 kW से बड़े सिस्टम के लिए कुल सब्सिडी रुपये 78,000 पर सीमित है। जालंधर डाक विभाग इस बात पर जोर देता है कि योग खपतकारों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए।