एच.एम.वी. में आर्ट इको 2024 विषय पर आयोजित अन्तरराष्ट्रीय वर्कशाप का सफलतापूर्वक समापन समारोह
जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देश में डीबीटी प्रायोजित विज्ञान की स्थिरता अंत: विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय वर्कशाप आर्ट इको 2024 का द्वितीय दिवस सफलतापूर्वक सपन्न हुआ। समस्त वर्कशाप का आयोजन विजुअल एवं प्रफोर्मिंग आर्ट्स एंड साइंस द्वारा श्रेयसी इंटरनेशनल आर्ट एंड कल्चर संगठन, भारत के सौजन्य से आयोजित की गई। वर्कशाप के दूसरे दिन रशिया से आए अतिथिगणों ने अपनी कला का सुंदर परिचय देते हुए लाईव चित्रकारी प्रस्तुत की। छात्राओं ने उनकी इस सुंदर चित्रकारी व कला से अनेक सुझाव प्राप्त किए तथा अपनी कला को और अधिक प्रभावशाली बनाने की शिक्षा ग्रहण की। संगीत एवं डांस विभाग के सदस्यों व छात्राओं ने भी इसमें अपनी स्किल को प्रस्तुत किया। सौन्दर्य विभाग की छात्राओं का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा। समापन समारोह में गणमान्य अतिथियों श्रेयसी सिंह मनु (एसोसिएट पार्टनर : संत पीटरसबुर्ग सैंटर फार हुमैनटिरियन प्रोग्राम, रशिया, डायरैक्टर टेवर आर्ट कालेज रशिया से सिरोटीना नतालिया, एसोसिएट सदस्य सक्त पीटरसबुर्ग, अकादमी आफ साइंस एंड आर्ट : प्रज्ञारकीना एवजैनी ऐनाटोलिवना एवं एशियन कलाकारों की टीम में सुनदुई ओई गलोना, जैलेनईया नादेकाहदा, सेलेजन्वा, लिदिया व भारतीय कलाकार कविता हस्तीर उपस्थित रहे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन द्वारा परंपरानुसार प्लांटर, फुलकारी व प्रमाण पत्र भेंट कर उनका हार्दिक स्वागत किया गया।
समागम का शुभारंभ ज्ञानात्मक ज्योति प्रज्जवलन एवं डीएवी गान से किया गया। प्राचार्या डॉ. सरीन ने अपने वक्तव्य में समस्त टीम-सलाहकार डॉ. सीमा मरवाहा, कोआर्डिनेटर डॉ. राखी मेहता, कन्वीनर डॉ. शैलेन्द्र कुमार को बधाई दी। उन्होंने संयोजनकर्ता टीम डॉ. अंजना भाटिया, डॉ. प्रेम सागर, श्रीमती लवलीन कौर व आशीष चड्ढा को भी कार्यक्रम में सफलतापूर्वक समपन्न होने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि एचएमवी सदैव सकारात्मक वातावरण से परिपूर्ण रहा है। उन्होंने अतिथियों को एचएमवी के इतिहास से अवगत करवाया एवं बताया कि एचएमवी की स्थापना नारी शिक्षा व नारी सशक्तिकरण के उद्देश्य से हुई जिसमें यह संस्था सफल रही है एवं अपने कार्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आपका यहां आना वह अपनत्व का संबंध है। वास्तव में वासुदेव कुतुबबकुम का सशक्त उदाहरण रहा है। उन्होंने स्किल विभाग को इस वर्कशाप हेतु बधाई दी एवं उनके कार्य की सराहना की। सिरोटीना नतालिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत वास्तव में एक सुप्रसिद्ध देश है और सहायता व संस्कृति की प्रतिमूर्ति है। उन्होंने कहा कि वह यहां की कला को देखकर आनंदित हुई हैं। उन्होंने एचएमवी के स्वागत और सहयोग हेतु धन्यवाद किया। श्रेयसी मनु ने कहा कि कला के क्षेत्र में आपके लिए अनगिनत संभावनाएं हैं। आप अपने अध्यापकों द्वारा बताए मार्ग पर चलकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। संस्था में आकर उन्होंने स्वयं को गौरवान्वित महसूस किया। इस अवसर पर दो के मध्य कला को प्रोत्साहित करने हेतु एमओयू साइन किए गए। श्रेयसी सिंह मनु आर्ट एंड कल्चर संगठन व सिरोटीना नतालिया डायरैक्टर टेवर आर्ट कालेज के साथ दो एमओयू साइन किए गए। इस वर्कशाप से लगभग 200 छात्र व 20 से अधिक कालेज व यूनिवर्सिटी लाभान्वित हुए। संगीत गायन विभाग की ओर से पंजाब की सयता व संस्कृति को प्रस्तुतकर्ता गीतों का गुलदस्ता प्रस्तुत किया गया। समागम के अंत में वर्कशाप कोआर्डिनेटर डॉ. राखी मेहता ने समस्त सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर स्किल विभाग के सदस्य उपस्थित रहे।