के.एम.वी. द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को उनकी 76वीं पुण्यतिथि पर की गई श्रद्धांजलि अर्पित
के.एम.वी. को गांधी जी ने एक मॉडल कॉलेज मानते हुए औरों के लिए बताया था पथ प्रदर्शक
के.एम.वी. का गांधियन स्टडीज़ सेंटर 4000 से भी अधिक महिलाओं को नि:शुल्क सशक्त कर बन चुका है आत्मनिर्भर
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महाविद्यालय, जालंधर द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 76वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर विद्यालय के गांधी स्टडीज़ सेंटर तथा इतिहास विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से के एक विशेष प्रोग्राम का आयोजन करवाया गया. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने इस प्रोग्राम में शिरकत करते हुए गांधी जी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस अवसर पर संबोधित होते हुए उन्होंने समूह छात्राओं को गांधी जी के जीवन एवं फलसफे से प्रेरणा लेते हुए उनके द्वारा सत्य, अहिंसा, शांति, स्वच्छता, निष्काम सेवा, स्वदेशी, नारी शिक्षा एवं सशक्तिकरण, आर्थिक आत्मनिर्भरता, एकता, अखंडता आदि के सिद्धांतों पर अमल करने की पुरज़ोर अपील की. आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि कन्या महाविद्यालय जैसी राष्ट्रवादी संस्था के लिए यह बेहद गर्व का विषय है कि गांधी जी के द्वारा हरिजन में के.एम.वी. को अन्य शिक्षा संस्थाओं के लिए पथ प्रदर्शक के रूप में भी स्वीकार किया गया है.
आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि मानवता की सेवा की ओर लगातार अग्रसर कन्या महा विद्यालय के गांधियन स्टडीज़ सेंटर के द्वारा सिलाई-कढ़ाई, कंप्यूटर आदि के कोर्सेज़ के साथ गरीब एवं पिछड़े वर्ग की 4000 से भी अधिक लड़कियों और महिलाओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा चुका है. उल्लेखनीय है कि इस अवसर गांधियन स्टडीज़ सेंटर में से हाल ही में कंप्यूटर कोर्स संपन्न करने वाली छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए. इसके अलावा इस अवसर पर उन सभी छात्राओं को भी सम्मानित किया गया जो गांधी जी की विचारधारा को अपनाते हुए विभिन्न गांवों में जाकर सोशल आउटरीच के कामों के साथ विद्यालय के परोपकारी भावों को बेहद साक्षमता से दर्शाती हैं. इसके साथ ही विद्यालय के संगीत विभाग की ओर से प्रोग्राम के दौरान गांधी जी के प्रिय भजनों के गायन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. मैडम प्रिंसिपल ने इस सफल आयोजन के लिए डॉ. मोनिका शर्मा, डायरेक्टर, गांधियन स्टडीज़ सेंटर तथा डॉ. गुरजोत, अध्यक्षा, इतिहास विभाग के द्वारा किए गए प्रयासों की प्रशंसा की. डॉ. मधुमीत, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, डॉ. नीरज मेनी, डॉ. रूपिका, डॉ. अनुशोभा आदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।