बीबीके डीएवी महिला कॉलेज में सात दिवसीय एनएसएस शिविर के अन्तर्गत दो-दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय व्याख्यान-माला का आयोजन
अमृतसर (प्रतीक) :- बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन ने अपने स्वयं सेवकों में समाज सेवा की भावना पैदा करने के लिए सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर दो-दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय व्याख्यान-माला का आयोजन स्थानीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुदर्शन कपूर, प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया, अमेरिकी विद्वान और सलाहकार डेविड मैक कॉम्ब्स, मार्क वार्डन,मिस डायना वार्डन एवं मिस नोएल कैरेरा की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर अमेरिका से आए स्रोत वक्ताओं द्वारा अति महत्व पूर्ण एवं समृद्ध वक्तव्य दिए गए। प्राचार्य डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने शिविर के आयोजन पर एनएसएस इकाई को बधाई दी।स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने समाज में सामुदायिक सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षा की संपूर्ण डीएवी प्रणाली समाज की निस्वार्थ सेवा की आधार शिला पर आधारित है। इसलिए, हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में इस विचार धारा का पालन करना चाहिए। व्याख्यान-माला के प्रथम दिवस के अवसर पर स्रोत वक्ता मार्क वार्डन द्वारा’अलग सोचें, अलग बनें’विषय पर एक व्याख्यान दिया गया जिसमें उन्होंने छात्राओं को सिखाया कि प्रारम्भ में क्षमता न होने पर भी चुनौतियों से निपटने की क्षमता को कैसे बनाया जाए। मिस डायना वार्डन ने अति-सूक्ष्मढंग से अलग सोचने के तरीके पर एक व्याख्यान दिया।
स्रोतवक्ता डेविड मैक कॉम्ब्स ने अपने सोचने का ढंग बदलें विषय पर एक आकर्षक और विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया। उन्होंने भविष्य की वित्तीय सुरक्षा, धन का सही मूल्य और सांस्कृतिक ऋण पर अपने विचार व्यक्त किये। प्रथम दिन के कार्यक्रम का समापन पर एक इंस्टालेशन समारोह आयोजित किया गया जिसमें एनएसएस स्वयं सेवकों को बैज वितरित किए गए। व्याख्यान-माला के दूसरे दिन, मिस नोएल कैरेरा ने चुनौतियों से निपटने के लिए मन को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न रणनीतियों को प्रदान करते हुए ’शांतमन के माध्यम से नकारात्मकता पर नियंत्रण’ विषय पर आकर्षक व्याख्यान दिया। तत्पश्चात् मार्क वार्डन ने अपने व्याख्यान’ मानसिक स्वास्थ्य’ विषय के अंतर्गत हमारे विचारों के अनुरूप निर्णय लेने के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद डेविड मैक कॉम्ब्स द्वारा’ पैसे का मूल्य’ शीर्षक से एक विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया गया, जिसमें पैसे का मूल्य कैसे जोड़ा जाए, इस पर विचार व्यक्त किए गए। मिस डीना वार्डन ने तनाव और चिंता के निवारण में पारिवारिक कहानियों की भूमिका पर व्याख्यान दिया।इस कार्यक्रम का समापन स्रोतवक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट करने और हींग, तेज पत्ता, कपूर एवं अदरक के नन्हें पौधों के साथ वृक्षारोपण कर के किया गया। इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुरभि सेठी और डॉ. निधि अग्रवाल, अन्य स्टाफ़ सदस्यों और एनएसएस स्वयं सेवकों ने शिविर में भाग लिया।