डीएवी कॉलेज जालंधर ने बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया
जालंधर (अरोड़ा) :- फिजिक्स एसोसिएशन, डीएवी कॉलेज जालंधर ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए दो दिवसीय 'बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स' कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में सैद्धांतिक अवधारणाओं और व्यावहारिक अनुप्रयोगों की व्यापक खोज प्रदान की। मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने प्रतिभागियों की सराहना करते हुए ज्ञान वृद्धि के लिए गतिविधियों में व्यापक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। भौतिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. के. राजीव और डॉ. सीमा, प्रभारी, कॉलेजिएट स्कूल ने छात्रों की रुचि जगाने के लिए सिद्धांत के साथ व्यावहारिक ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। इलेक्ट्रॉनिक्स घटक और प्रतिरोधक और स्वचालन और आर्डूइनो प्रोटोटाइपिंग विषय पर आयोजित इस दो दिवसीय कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुमित, डॉ. सुनील और प्रो. राहुल सेखरी का बहुमूल्य योगदान रहा। डॉ. सुमित ने इलेक्ट्रॉनिक्स की मूल बातें, घटक माप विधियों और ब्रेडबोर्ड के उपयोग में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान की। छात्रों ने सक्रिय और निष्क्रिय उपकरणों के बीच अंतर करते हुए, विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक्स घटकों की जटिलताओं को समझा। कार्बन प्रतिरोधों पर सत्र में रंग बैंड के आधार पर मूल्यों की गणना की गई, जिसके बाद समस्या-समाधान अभ्यास किया गया। दूसरे दिन डॉ. सुनील और प्रोफेसर राहुल सेखरी की देख रेख में छात्रों ने एलडीआर और एक ट्रांजिस्टर का उपयोग करके दिन-रात की रोशनी के लिए एक स्वचालन परियोजना शुरू की। छात्रों ने आर्डूइनो की मूल बातें, एलईडी नियंत्रण प्रोग्रामिंग और बाइनरी विज़ुअलाइज़ेशन को कवर करने वाली व्यावहारिक परियोजनाओं को सीखा। अंत में भौतिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. के. राजीव ने छात्रों के उत्साह की सराहना करते हुए नवीन प्रयासों को प्रेरित करने की इसकी क्षमता का अनुमान लगाया। डॉ. सतीश ने एक प्रेरक कहानी के साथ कार्यशाला का समापन किया, जिसमें छात्रों को बेहतर समझ के लिए साहस दिखाने और गहन अवलोकन करने की सलाह दी गई।