आईकेजी पीटीयू के मंच से नशे के उन्मूलन हेतु समाज एवं सरकार के संयुक्त प्रयासों को गति देने का आमंत्रण
यूनिवर्सिटी के एनएसएस विभाग और जिला कपूरथला पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से जागरूकता सेमिनार का आयोजन
कुलपति डॉ. सुशील मित्तल, रजिस्ट्रार डॉ. एसके मिश्रा और एसएसपी कपूरथला वत्सला गुप्ता ने विद्यार्थियों को नशा न करने के प्रति जागरूकता लाने की शपथ दिलाई
जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आईकेजी पीटीयू) ने जिला पुलिस कपूरथला के सहयोग से नशा मुक्ति जागरूकता पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। कपूरथला जिले की एसएसपी वत्सला गुप्ता, आईपीएस अधिकारी ने यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुशील मित्तल के विशेष निमंत्रण पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की! विशिष्ट अतिथि वक्ता के रूप में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एस.के.मिश्रा शामिल हुए! पीपीएस अधिकारी डाॅ. मनप्रीत सिंहमार, डीएसपी ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रजिस्ट्रार डाॅ. डॉ. एसके मिश्रा ने विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सुशील मित्तल के युवा पीढ़ी के संबंध में प्रगतिशील विचार साँझा किये! डॉ. मिश्रा ने ने मंच से छात्रों को नशे से समाज और खुद को कैसे बचाया जा सकता है, इस पर चर्चा करने, सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया था! इसके साथ ही उन्होंने देश और विशेषकर पंजाब की समृद्ध विरासत के बारे में बताते हुए लोगों को नशे जैसे कोढ़ के कारण देश और राज्य के पिछड़ने के खतरे से भी अवगत कराया! डॉ मिश्रा ने जिला पुलिस को आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन इस अभियान में हर संभव सीमा तक प्रशासन का सहयोग करेगा! उन्होंने सेमिनार को व्याख्यान नहीं, बल्कि संयुक्त उद्यम बताया! उन्होंने कहा कि यह समय मिलकर काम करने का है और इसमें छात्रों को भी बिना किसी झिझक के अपनी राय रखनी चाहिए और अपने आसपास हो रही मादक पदार्थों की तस्करी के प्रति जागरूक रहना चाहिए!
एसएसपी वत्सला गुप्ता ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि छात्र हमारे समाज के भविष्य का आधार हैं! युवा पीढ़ी का स्वस्थ रहना ही प्रगति का आधार है! उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में नशामुक्त समाज बनाने में बड़ा प्रयास करने की क्षमता है! उन्होंने नशे के खिलाफ उदाहरण देते हुए छात्रों के साथ ऐसे केस स्टडीज साझा किए जहां इसका शिकार हुए युवाओं को बाद में पछतावा हुआ और उन्हें कितनी कठिनाइयों से गुजरना पड़ा! उन्होंने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और पंजाब के युवाओं को बर्बाद करने के गलत इरादे से पड़ोसी देशों से ड्रग्स की आपूर्ति की जाती है! उन्होंने कहा कि नशा बेचना और खरीदना अपराध है और समाज पर अत्याचार है! उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत आजीवन कारावास की सजा दी जाती है! उन्होंने छात्रों को नशा मुक्त समाज बनाने के लिए प्रेरित किया! उन्होंने विद्यार्थियों को 112 हेल्पलाइन नंबर और 108 महिला हेल्पलाइन नंबर डायल करने से भी परिचित कराया। इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए विद्यार्थियों से सहयोग मांगा और नशे के खिलाफ रहने की शपथ दिलाई! इंस्पेक्टर मनदीप कौर ने विद्यार्थियों के साथ साइबर क्राइम के बारे में अपने विचार साझा किए और उन्हें बैंक खातों में धोखाधड़ी के बारे में बताया। छात्रों को 1930 साइबर धोखाधड़ी हेल्पलाइन नंबर पर 24X7 उपलब्धता के बारे में बताया गया और उन्हें पूरी जानकारी दी गई कि वे अपनी शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं। इस मोके यूनिवर्सिटी के डीन आर एंड डी डॉ. हितेश शर्मा, डीन छात्र कल्याण डॉ. गोरव भार्गव, पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डाॅ. रणवीर सिंह ने अतिथियों को सम्मान चिन्ह भेंट किये! कार्यक्रम के दौरान सहायक प्रोफेसर एवं एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. चन्द्र प्रकाश द्वारा मंच सञ्चालन किया गया।