के.एम.वी. में लाइफ एंड लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह पुस्तक विमोचन पर विशेष प्रोग्राम आयोजित
के.एम.वी. जैसी राष्ट्रवादी संस्था में शहीद-ए-आज़म स: भगत सिंह पर आधारित पुस्तक का विमोचन अपने आप में ही गौरवमई विषय: श्री चंद्र मोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय,जालंधर में शहीद-ए-आज़म स: भगत सिंह पर आधारित प्रो. चमन लाल द्वारा लिखी गई पुस्तक 'लाइफ एंड लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह (ए पिक्टोरियल वॉल्यूम)' के विमोचन के लिए विशेष सेमिनार का आयोजन करवाया गया. इस प्रोग्राम में चंद्र मोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. डॉ. रौनकी राम, शहीद भगत सिंह चेयर प्रोफेसर ऑफ़ पोलिटिकल साइंस, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ कीनोट स्पीकर के रूप में उपस्थित हुए जबकि प्रोग्राम की अध्यक्षता प्रो. चमन लाल द्वारा की गई. इसके साथ ही इस अवसर पर डॉ. सतपाल गुप्ता, मेंबर, के.एम.वी. मैनेजिंग कमेटी के अलावा सुरेंद्र कुमारी कोचर, चिरंजी लाल, देशभगत यादगार हॉल, डॉ. प्रदीप भंडारी, प्रिंसिपल, दोआबा कॉलेज एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित हुए. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने अतिथि स्वागत के साथ अपने संबोधन में पुस्तकों को ज्ञान,बदलाव एवं मनुष्य को आगे बढ़ने के लिए दिशा प्रदान करने का एक मजबूत आधार बताया.
भारत माता के सुपुत्र के रूप में शहीद-ए-आज़म स: भगत सिंह को परिभाषित करते हुए उन्होंने जहां कन्या महा विद्यालय के द्वारा देश की आज़ादी के संग्राम में डाले गए महत्वपूर्ण योगदान से सभी को अवगत करवाया वहीं साथ ही उसे समय के प्रिंसिपल आचार्या लज्जावती जी तथा सरदार भगत सिंह के आपसी नाते के साथ संस्था की छात्राओं को देश स्वतंत्रता की मिली सीख पर भी प्रकाश डाला. प्रो. रौनकी राम ने इस अवसर पर संबोधन के दौरान कन्या महा विद्यालय में आना पवित्र स्थल पर जाने के बराबर बताते हुए उन्होंने संस्था के द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए जाते निरंतर प्रयत्नों की भरपूर सराहना की. लाइफ एंड लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह पुस्तक के बारे में विस्तार सहित बात करते हुए उन्होंने भगत सिंह के जीवन, देश के प्रति प्रेम, गुलामी से ऊपर उठकर स्वतंत्र जीवन की कल्पना आदि जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की. पुस्तक के लेखक प्रो. चमन लाल ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए सभी छात्राओं को स: भगत सिंह जी के जीवन एवं फलसफे के बारे में बताते हुए उनके परिवार से मिली देश भक्ति को विभिन्न तथ्यों के साथ सांझा किया और साथ ही कन्या महा विद्यालय जैसी अनूठी संस्था में उनकी पुस्तक के विमोचन को अपनी उपलब्धि बताया.
चंद्र मोहन ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए शहीद-ए-आज़म स: भगत सिंह के द्वारा अपने देश के लिए शहादत प्राप्त करने की सोच को आने वाली पीढियां के लिए देश के प्रति मर मिटने के जब्बे एवं जोश को पैदा करने का आधार बताया. उन्होंने कहा कि कन्या महा विद्यालय जैसी राष्ट्रवादी संस्था में स: सरदार भगत सिंह पर आधारित पुस्तक का विमोचन अपने आप में ही एक गौरव का विषय है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खुद से ऊपर उठकर देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा, विकास आदि के लिए एकजुट होकर काम करना ही हम सब के द्वारा स: भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर जनरल मोहन सिंह की पुस्तक दि हिस्ट्री ऑफ़ दि इंडियन नेशनल आर्मी सोल्जरस कंट्रीब्यूशन टू इंडियन इंडिपेंडेंस को भी रिलीज किया गया. इस प्रोग्राम के दौरान आयोजित हुए इंटरएक्टिव सेशन में छात्राओं की ओर से भगत सिंह जी एवं स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी अतिथियों के द्वारा बेहद सरल ढंग से दिए गए. मैडम प्रिंसिपल ने इस प्रोग्राम के सफल आयोजन पर डॉ. मधुमीत, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, डॉ. मोनिका शर्मा, डायरेक्टर, गांधियन स्टडीज़ सेंटर एवं समूह आयोजक मंडल के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की।