सीटी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ के छात्र पहुंचे माननीय सुप्रीम कोर्ट
जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ के छात्रों ने भारत के माननीय सुप्रीम कोर्ट का दौरा किया। इसका आयोजन विशेष रूप से छात्रों को लोकतंत्र की मूल बातें, न्याय के सिद्धांतों और हमारे देश में न्यायपालिका की अनिवार्य भूमिका की समझ देने के लिए किया गया था। इसके माध्यम से छात्रों को लोकतंत्र में न्यायपालिका के सर्वोच्च कार्यों और महत्व के बारे में भी प्रेरित किया गया। इस बीच छात्रों को सुप्रीम कोर्ट की अदालती कार्यवाही देखने का अनमोल अवसर मिला। इन कार्यवाहियों में गैर-संवेदनशील मामले शामिल थे, जिससे छात्रों को प्रस्तुत कानूनी तर्कों, गरिमापूर्ण शिष्टाचार को बनाए रखने और न्याय के सुचारू प्रशासन को करीब से देखने का अवसर मिला।
सीटी यूनिवर्सिटी के स्कुल ऑफ़ लॉ की प्रिंसिपल डॉ. सिमरन गिल ने इस अद्भुत अनुभव के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए, कहा कि इस दौरे का उद्देश्य कानून के छात्रों को वास्तविक लोकतंत्र और कानूनी कार्यवाही की जटिलताओं की समझ देना था। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका किसी भी जीवंत लोकतंत्र का आधार है और भारत के माननीय सुप्रीम कोर्ट की यात्रा ने छात्रों को कानूनी पेशे की वास्तविक दुनिया की गतिशीलता से अवगत कराया। न्याय का गवाह बनना एक विनम्र और ज्ञानवर्धक अनुभव है जो निस्संदेह उनके कानूनी करियर को आकार देगा।