पंजाब इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसिज में नशा मुक्ति दिवस मनाया
जालंधर (मक्कड़) :- पंजाब इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) में नशा मुक्ति विभाग की ओर से नशा मुक्ति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पिम्स के विद्यार्थियों ने नशा रोकने और लोगों को नशे के प्रति जागरुक करने की शपथ ली। एमबीबीएस के विद्यार्थियों की ओऱ से क्विज कंपीटीशन करवाया गया। इस अवसर पर पीएपी जालंधर के डीआईजी प्रशासन आईपीएस इंद्रबीर सिंह मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने ने कहा कि हर साल 26 जून को दुनियाभर में एक साथ मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा और उससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस साल का थीम है “People First: Stop Stigma and Discrimination, Strengthen Prevention”, है। उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोग भेदभाव का सामना करते है, जो उनके शारीरिक औऱ मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। पिम्स में नशा छुड़ाओ विभाग है, जिसमें नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोग अपनी मर्जी से नशा छुड़वा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा मुकित अभियान के तहत लोगों को जागरूक के लिए भारत के राष्ट्रपति की ओऱ से पिम्स को सम्मानित भी किया जा चुका है।
पिम्स के डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा ने कहा नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने औऱ मरीजों के उपचार करना हमारा कर्तव्य है। हमें बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए जिसमें हमें नशे की लत से प्रभावित लोगों में जागरुकता अभियान चलाना और जो इस दलदल से बाहर आना चाहते हैं उनकी सहायता करना शामिल हो। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें सामूहिक रूप मे काम करना होगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि लोगों को नशे की दलदल से बाहर निकालें, उन्हें शिक्षित करने का संकल्प लें। उन लोगों के खिलाफ खड़े हों जो दूसरों की पीड़ा से लाभ कमाना चाहते हैं। इस अवसर डा. दीपाली गुल, डा. राजिंदर मागो, डा. एच. के चीमा औऱ डा. पुनीत खुराना मौजूद थे