एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया
जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस का फोकस प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण पर है, क्योंकि यह जंगलों और महासागरों तक भी पहुंच चुका है। इस अवसर पर कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों ने पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के लिए शपथ ली। शिक्षकों ने छात्रों को ऐसी जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जो पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक है। इस मौके पर कॉलेज के विद्यार्थियों को पर्यावरण पर प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक भी किया गया। इस मुद्दे को देखते हुए समुद्री जीवन पर प्लास्टिक के नकारात्मक प्रभावों से संबंधित एक वीडियो भी छात्रों को दिखाया गया। आज प्लास्टिक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है , इसका कारण यह है कि प्लास्टिक सस्ता होने के साथ-साथ मजबूत और लचीला भी होता है। यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में इसकी मांग और इस्तेमाल में काफी इजाफा हुआ है। इस अवसर पर कालेज की प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज भारत की जनसंख्या विश्व में प्रथम है। जिसके कारण भारत में प्लास्टिक का भी बड़े पैमाने पर उपयोग होता है, जो गैर-जैव निम्नीकरणीय (Non biodegradable) है, यदि यह एक बार अस्तित्व में आ जाए तो लाखों-करोड़ों वर्षों तक पृथ्वी पर बना रहता है, इसलिए इसका उपयोग आज गंभीर चिंता का विषय है। .भारत का नागरिक होने के नाते प्लास्टिक के विकल्प के रूप में बायो-प्लास्टिक का उपयोग करना हमारा कर्तव्य है।यह आज के समय की मांग है। देश की तरक्की के साथ साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। पृथ्वी है पर्यावरण है तो मानव अस्तित्व है।