रवीन्द्रनाथ टैगोर की जीवनी से डिप्स में विद्यार्थियों को करवाया गया अवगत
जालंधर (प्रवीण) :- विश्व भर में प्रसिद्ध कवि, संगीतकार, गीतकार, कहानीकार, चित्रकार जिन्हें लोग रवीन्द्रनाथ टैगोर और गुरूदेव की जयंति पर डिप्स स्कूल लक्खन के पड्डे में प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों ने अपनी ड्राईँग कला का प्रदर्शन करते हुए बहुत ही सुंदर पोस्टर बनाए और रवीन्द्र नाथ जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में लिखा। कविता गायन के दौरान बच्चों को उनके द्वारा लिखि हुए कविताएं पेश की। पीपीटी के माध्यम से टीचर्स ने बच्चों को बताया कि भारत का राष्ट्र गान जन-गण-मन और बांग्लादेश का राष्ट्र गान आमार सोनार बांग्ला इनकी ही देन है। उन्होंने अपने जीवन में 2230 के करीब गीतों की रचना की। उनके कार्यो के लिए उन्हें नोवेल पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया। मानवतावादी विचारक वाले इस व्यक्ति को प्रकृति के पास रहना बहुत ही पसंद था इसलिए उन्होंने शांति निकेतन की स्थापना की। प्रिंसिपल सुषमा चावला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा उन्हें रबिन्द्रनाथ के विचारों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि उनका मानना था कि शिक्षा का मुख्य मकसद स्पष्टीकरण देना नहीं है बल्कि मन के दरवाजे खटखटाना है। उच्च शिक्षा वो नहीं जो हमें सिर्फ जानकारी देती है बल्कि हमारे जीवन को सफलता का नया आयाम देती है। इसलिए हमें शिक्षा से अपने जीवन को नए मुकाम पर लेकर जाना चाहिए। डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने कहा कि हमें अपनी गलतियों पर दरवाजे बंद नहीं करना चाहिए बल्कि सच्चाई का पूरा ईमानदारी से सामना करना चाहिए।