ऍम जी एन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जालंधर में विश्व स्वास्थ्य दिवस
जालंधर (अरोड़ा) :- जी.एन.डी.यू., अमृतसर के एन.एस.एस. विभाग और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, मिंटगुमरी गुरु नानक कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जालंधर के एन.एस.एस. यूनिट और रेड रिबन क्लब ने हर घर ध्यान अभियान के तहत "सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य के समाधान के रूप में ध्यान का परिचय" विषय पर एक विस्तार व्याख्यान सह ध्यान सत्र का आयोजन किया। सत्र की रिसोर्स पर्सन अर्चना सुखीजा, निर्देशक प्रशिक्षण, आर्ट ऑफ लिविंग थीं। सत्र के दौरान रिसोर्स पर्सन ने कहा कि आज के परिदृश्य में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए हमें ध्यान करने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि हमें सुखी जीवन जीने के लिए अपने विचारों और दृष्टिकोण में और अधिक लचीला बनने की आवश्यकता है। उन्होंने खुद को वर्तमान में रखने और शांत रहने के लिए सांस का निरीक्षण करने और चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने का भी सुझाव दिया। उन्होंने आगे कहा कि अतीत के गुस्से और भविष्य की चिंताओं को कम करने के लिए ध्यान एक अद्भुत और सबसे उपयोगी तकनीक है। उन्होंने आगे कहा कि ध्यान विकेंद्रीकरण है। सत्र के दौरान, उन्होंने दर्शकों को ध्यान करने का सही तरीका भी सिखाया। इस दिन प्रधानाध्यापिका नीलू झांजी ने अतिथि का स्वागत औषधीय पौधा भेंट किया। मंच संचालन डॉ. किरण वालिया ने किया। डॉ.सीमा रानी ने औपचारिक रूप से धन्यवाद किया। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. सीमा रानी और डॉ.किरण वालिया ने किया। इस कार्यक्रम के साक्षी सभी शिक्षक व छात्र-छात्राएं रहे।