एच.एम.वी. में हर्षोल्लास से मनाया गया आर्य समाज स्थापना दिवस
जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय में नवसंवत्सर तथा आर्य समाज का स्थापना दिवस पूर्ण उत्साह के साथ मनाया गया। इस सुअवसर पर संस्कृत विभाग की छात्राओं, आर्या-युवति सभा की सदस्य तथा अन्य विभागों की छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया तथा आर्य समाज के एक-एक नियम को लेकर उसकी आधुनिक युग में उपयोगिता तथा अपना दृष्टिकोण सबके साथ सांझा किया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन जी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सबको इन महान् विभूतियों के महान् कार्यों के लिए उनके आगे नतमस्तक होकर प्रणाम करना चाहिए। महर्षि दयानन्द जी की 200वीं जयन्ती के उपलक्ष्य की शृंखला में वेद विद्या को युवा-शक्ति तक पहुंचाने का जो कार्य लगातार इस महाविद्यालय में किया जा रहा है आने वाले समय में इस चेतना के प्रसार से निश्चित सुन्दर परिवर्तन होगा। उन्होंने हमारी संस्कृति की धरोहर वेद, योग, प्राणायाम को जीवन का अंग बनाने हेतु भी प्रेरित किया तथा ‘सत्यार्थप्रकाश’ जैसे ग्रन्थ के महान् रचयिता स्वामी जी को नमन् कर सबको नवसंवत्सर की शुभकामनाएं दी। इस आयोजन में 25 विद्यार्थियों ने अपने-अपने विचार सबके साथ सांझा किए और सायंकाल छात्रावास की छात्राओं के लिए आसन और प्राणायाम का एक सत्र भी आयोजित किया गया। डीन वैदिक अध्ययन डॉ. ममता ने सभी छात्राओं को बड़ी संख्या में इस आयोजन में भाग लेने पर बधाई दी तथा आगे भी बढ़-चढक़र इन गतिविधियों में भाग लेने हेतु उत्साहित किया। संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. मीनू तलवाड़ ने कहा कि ऋषिवर देव दयानन्द जी को कोटि-कोटि प्रणाम जिन्होंने ‘स्वराज्य’ और ‘स्वदेश’ शब्द का सच्चे अर्थों में हमें अर्थ समझाया और महिला उद्धार के अनगिनत कार्य किए। आज प्रत्येक महिला को उनके आगे नतमस्तक होना चाहिए तथा उनके साथ ही उन्होंने सभी छात्राओं को उनके इस सच्चे प्रयास के लिए शाबाशी दी तथा कार्यक्रम के अन्त में सबका धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्षा डॉ. ज्योति गोगिया अन्य अध्यापक वर्ग और होस्टल वार्डनका भी उपस्थित रहीं।