डिप्स के बच्चों ने पानी बचाने के तरीके बचा कर जल सरंक्षण का दिया संदेश
जालंधर (प्रवीण) :- दुनिया भर में लोगों को पानी के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इसी उद्देश्य से डिप्स में बच्चों को पानी बचाने का संदेश देते हुए जल दिवस मनाया गया। इस दौरान टीचर्स ने बच्चों को पानी का महत्व बताते हुए बताया कि किस तरह से घर में हम अपनी रोजाना जिदंगी में थोड़ा सा बदलाव करके पानी की बचत कर सकते है। आज भारत के कई हिस्सों में 24 घंटे पानी उपलब्ध है लेकिन अभी भी कई ऐसे हिस्से है जहां पर महिलाएं कई मील पैदल चलकर अपनी रोजाना इस्तेमाल के लिए पानी लेकर आती है। इस साल जल दिवस की थीम एक्सीलरेटिंग चेंज यानि की तेज़ी से परिवर्तन है। घर में किचन में काम करते हुए, कपड़े धोते या सफाई करते हुए पानी के नल को हमेशा खुला नहीं छोड़ना चाहिए। बच्चों ने पोस्टर स्लोगन के माध्यम से बताया कि पानी के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। हमारे जीवन, कृषि, ऊर्जा उत्पादन, खाद्य सुरक्षा आदि कार्यों के लिए पानी बहुत ही जरूरी है। इसलिए पानी की बचत करना बहुत ही जरूरी है क्योंकि पानी एक सीमित संसाधन है। इसलिए हमें अपने घर से इसकी पहल करनी चाहिए और आसपास के लोगो को भी इस बारे में जागरूक करना चाहिए। प्रिंसिपल गुरप्रीत कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में पहली बार 1992 में जल दिवस मनाने की पहल की गई थी। दुनिया में बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण धरती पर पानी की कमी आ रही है। इसका मुख्य कारण है कि लोगों में इसके प्रति जागरूकता कम है और वह बिना सोचे समझ कर इसका इस्तेमाल करते है जिससे पानी की काफी बर्बादी होती है। अगर हम चाहते है कि हमारी आने वाली पीढ़ी को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े तो हमें आज ही जल सरंक्षण को बचाने के कदम उठाने चाहिए।