एमएलयू डीएवी कॉलेज फगवाड़ा में विश्व पाई (π) दिवस मनाया
फगवाड़ा (अरोड़ा) :- 14 मार्च को हर साल अंतरराष्ट्रीय पाई दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रिंसिपल डॉ. किरणजीत रंधावा की सलाह के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दिन का उत्सव गणितीय अंक पाई (π) के महत्व को मनाने के बारे में एक संदेश देता है। शिक्षकों ने छात्रों को इस अंक के इतिहास और पाई के उपयोग के बारे में भी बताया। छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. किरणजीत रंधावा ने कहा कि गणित हमारे जीवन को व्यवस्थित बनाता है। यह विषय हमारे तर्क, रचनात्मकता, अमूर्त या स्थानिक सोच, महत्वपूर्ण सोच, समस्या को सुलझाने की क्षमता और कारण और प्रभाव संबंध की मूल्यांकन क्षमता में सुधार करता है। उन्होंने कहा कि पाई एक असीम रूप से लंबी, अपरिमेय संख्या है और इसका सटीक मान ज्ञात नहीं किया जा सकता है। चूँकि पाई का सटीक मान ज्ञात नहीं किया जा सकता है, हम कभी भी किसी वृत्त का सटीक क्षेत्रफल नहीं खोज सकते हैं। उन्होंने मंच पर अपने विचार प्रस्तुत करने वाले छात्रों की भी सराहना की। एक छात्र ने दिन के इतिहास के बारे में बात करते हुए कहा कि पाई मिस्र की पौराणिक कथाओं का एक हिस्सा है। मिस्र के लोगों का मानना था कि गीज़ा के पिरामिड पाई के सिद्धांतों पर बने हैं। छात्रों ने आज के वक्ताओं से अपने सभी प्रश्न पूछे।