पी आई ऍम एस में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया
जालंधर (मक्कड़) :- पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइसिज (पिम्स) में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और विश्व किडनी दिवस संयुक्त रूप से मनाया गया। इस अवसर पर गायनी और मेडिसन विभाग में महिलाओं का शूगर औऱ एच.बी टैस्ट मुफ्त में किया गया। एमबीबीएस के छात्रों औऱ जूनियर डाक्टरों की ओऱ से नुक्कड़ नाटक पेश किया गया। जिसमें बताया गया कि आज के इस दौर में भी महिलाओं को कहीं न कहीं उसके हक से वंचित रखा जाता है। अंत में नर्सिंग स्टाफ की ओर से कविताएं पेश की गईं। गायनी विभाग की प्रमुख और डीन (अंडर ग्रेजुएट) डा. एच के चीमा ने अंतरराष्ट्रीय महिल दिवस पर सभी को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ अपनी सेहत के प्रति भी जागरूक होना उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि कई बार देखा गया है कि महिलाएं घर के काम में इतना व्यस्त हो जाती हैं कि अपने खानपान का ध्यान रखना भूल जाती हैं। इसका खामियाजा उन्हें एक उम्र के बाद भुगतना पड़ता है। इस अवसर पर मेडिसन विभाग के प्रमुख डा. एन.एस नेकी ने मरीजों को किडनी से संबंधित बिमारियों औऱ उसके बचाव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर साल मार्च को 9 मार्च को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य किडनी स्व्स्थ्य के महत्व के बारें में जागरूकता बढ़ाना है औऱ वेश्विक प्रसार को कम करना है। उन्होंने कहा कि किडनी मानव शरीरं फिल्टर का काम करती है। भारत में हर साल तकरीबन 2 लाख लोग किडनी से जुड़ी बिमारियों का शिकार होते हैं। इस सबसे बड़ी वजह है हमारा लाइफस्टाइल और खान-पान।
उन्होंने आगे कहा कि दोनों किडनियों के 60 प्रतिशत डैमेज हो जाने के बाद शरीर पर इसके लक्षण नजर आने शुरू होते हैं। उन्होंने इसके बचाव के बारे में बताया कि खूब पानी पिएं। यह किडनी को स्वस्थ रखने का सबसे आम और सरल तरीका है। भरपूर पानी, विशेष रूप से गर्म पानी का सेवन करने से गुर्दे को शरीर से सोडियम, यूरिया और विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद करता है। कम सोडियम अपने नमक वाले आहार में सोडियम या नमक का सेवन नियंत्रण में रखें। पिम्स के कार्यकारी निदेशक डा. कंवलजीत सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मतलब है कि महिलाएं आज भी कहीं न कहीं अपेक्षाओं का शिकार है। आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर साल एकता का दिवस मानाया जाए। जिससे पता चल सके कि महिला और पुरूष दोनों एक समान हैं औऱ दोनो को एक से अधिकार है। विश्व किडनी दिवस के बारे में उन्होंने बताया जानकारी में ही बचाव है। पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर श्री अमित सिंह और डारेक्टर प्रिसींपल डा. राजीव अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आज के समय में कोई नया विषय नहीं है। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों की पहचान और सराहना करने के लिए इसे पूरे विश्व में मनाया जाता है। भेदभाव से मुक्त एक बेहतर समाज बनाने और समानता का संदेश देने के लिए हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। वही उन्होंने विश्व किडनी दिवस पर लोगों में जागरुकता लाने का संदेश दिया। इस अवसर पर सरर्जी विभाग के प्रमुख डा. रजनीश कुमार डा. अंबिका सोनी, डा. भवनीत डांग, डा. कुसुम बाली, डा. एचएल काजल औऱ डा. दविंदर ने अपने विचार पेश किये।