डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर में "विश्व कुष्ठ रोग दिवस" मनाया गया
जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के संरक्षण में डार्विन जूलॉजिकल सोसायटी के तत्वावधान में जूलॉजी विभाग डीएवी कॉलेज, जालंधर ने अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट छात्रों के लिए "एक्ट नाउ: एंड लेप्रोसी" थीम के तहत "विश्व कुष्ठ दिवस" जागरूकता गतिविधि का आयोजन किया। प्रो. पुनीत पुरी, अध्यक्ष, जूलॉजी विभाग, डॉ. कपिला महाजन अध्यक्ष, डार्विन जूलॉजिकल सोसायटी तथा विभाग के अन्य संकाय सदस्य डॉ. दीपक वधावन, डॉ. ऋषि कुमार, डॉ. अभिनय ठाकुर और प्रो. पंकज बग्गा मौजूद रहे। विश्व कुष्ठ दिवस हर साल जनवरी के आखिरी रविवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुष्ठ रोग या हैनसेन रोग के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस तिथि को फ्रांसीसी मानवतावादी राउल फोलेरेउ ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक श्रद्धांजलि देने के लिए चुना था। यह दुनिया की सबसे पुरानी दर्ज की गई बीमारियों में से एक है। एमएससी की छात्रा तान्या बाली द्वारा रोग के इतिहास, कारणों, लक्षणों और उपचार पर एक प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा, कुष्ठ रोग से जुड़े कलंक को तोड़ने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, एनडीटीवी प्राइम द्वारा द लेप्रोसी मिशन ट्रस्ट इंडिया के सहयोग से निर्मित कुष्ठ रोग पर एक वृत्तचित्र "द अनवांटेड" को छात्रों को दिखाया गया ताकि कुष्ठ रोग के रहस्य को उजागर किया जा सके और इसका प्रचार-प्रसार किया जा सके।