डीएवी कॉलेज, जालंधर के छात्रों ने केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र, जालंधर का भ्रमण किया
जालंधर (अरोड़ा) :- कश्यप बायोलॉजिकल सोसायटी के तत्वावधान में वनस्पति विज्ञान विभाग, डीएवी कॉलेज, जालंधर द्वारा केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र, जालंधर की यात्रा का आयोजन किया गया है। बीएससी मेडिकल व बायोटेक के छात्रों ने इस शोध केंद्र का भ्रमण किया और आलू पर चल रहे शोध के विषय में जानकारी हासिल की। डॉ. अरविंद कुमार जायसवाल (वैज्ञानिक, सीपीआरएस) ने आलू मूल्यवर्धन के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को पुखराज, लेडी रोसेटा, चिप्सोना आदि आलू की विभिन्न किस्मों और स्टेशन पर तैयार विभिन्न ग्लूटेन मुक्त आलू उत्पादों जैसे बिस्कुट, जलेबी, गुलाब जामुन, बूंदी, इंस्टेंट हलवा प्रीमिक्स, क्यूब्स, नूडल्स, सूजी और दलिया के बारे में जागरूक किया। डॉ. रत्ना प्रीति कौर (वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीपीआरएस) ने प्लांट टिश्यू कल्चर की तकनीक और इसके अनुप्रयोगों पर तथा नरिंदर मेयर (तकनीकी अधिकारी, सीपीआरएस) ने एरोपोनिक्स की स्थापना पर चर्चा की। योगेश कुमार गुप्ता (एसीटीओ, सीपीआरएस) ने उद्यमिता पर प्रेरक व्याख्यान दिया। डॉ. प्रिंस कुमार ने स्टेशन और इसकी चल रही विभिन्न शोध गतिविधियों का परिचय दिया और छात्र-वैज्ञानिक संवाद सत्र का समन्वय भी किया। डॉ. प्रिंस कुमार और डॉ. अरविंद कुमार जायसवाल द्वारा आलू की फसल और आलू उत्पादों के संबंध में विभिन्न प्रश्नों का समाधान किया गया। इस अवसर पर विषय की बेहतर समझ के लिए शैक्षिक गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के भ्रमण निश्चित रूप से उन्नत शोध तकनीकों के व्यावहारिक अनुप्रयोगों को सीखने के लिए छात्रों के लिए उपयोगी साबित होते हैं। अंत में, डॉ. कोमल अरोड़ा, (एचओडी, वनस्पति विज्ञान) ने डॉ. अनिल शर्मा (प्रमुख, सीपीआरएस) और डॉ. सुगनी देवी (वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीपीआरएस) और अन्य स्टाफ सदस्यों का धन्यवाद धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. लवलीन (प्रभारी, कश्यप बायोलॉजिकल सोसायटी) ने छात्रों को भविष्य की सभी विस्तार गतिविधियों में बड़े उत्साह के साथ भाग लेने के लिए प्रेरित किया और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए।