डीएनडी 3.0 ऐप और संचार साथी पोर्टल के बारे में किया गया जागरूक पीड़ित मोबाइल फोन पर चोरी और साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकेंगे
दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- डिजिटल सुरक्षा और उपभोक्ता सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई), रीजनल ऑफिस दिल्ली द्वारा सरकारी मोहिंद्रा कॉलेज, पटियाला में साइबर हाइजीन पर उपभोक्ता आउटरीच प्रोग्राम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम पटियाला कंज़्यूमर एंड टेलीफोन सब्सक्राइबर्स फोरम के सहयोग से करवाया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम में छात्रों, फैकल्टी सदस्यों, टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं और ट्राई से पंजीकृत उपभोक्ता समूहों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को साइबर खतरों, स्पैम संचार और आधुनिक डिजिटल युग में सुरक्षित ऑनलाइन प्रक्रियाओं को अपनाने के महत्व के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम के दौरान पटियाला पुलिस की साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों ने मंच से संबोधन किया। उन्होंने लोगों को बढ़ते साइबर अपराधों, फ़िशिंग हमलों, वित्तीय धोखाधड़ी और साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों के बारे में जानकारी दी। अपने संबोधन में उन्होंने व्यक्तिगत जागरूकता और ज़िम्मेदार डिजिटल व्यवहार की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।





इसके अलावा, ट्राई के वरिष्ठ अधिकारी राजेश त्रिपाठी और सुशील कुमार बंसल ने उपभोक्ताओं को अवांछित संचार और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए उठाए जा रहे नियामक उपायों और उपभोक्ता-अनुकूल पहलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने ट्राई द्वारा स्पैम रोकने, पारदर्शिता सुनिश्चित करने और दूरसंचार क्षेत्र में उपभोक्ता अधिकारों को मज़बूत करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान ट्राई डीएनडी 3.0 ऐप और संचार साथी पोर्टल का लाइव डेमो भी प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम में शामिल लोगों को बताया गया कि किस तरह इन प्लेटफॉर्मों का इस्तेमाल करके स्पैम कॉल्स और मैसेज की शिकायत की जा सकती है, धोखाधड़ी भरे संचार को ब्लॉक किया जा सकता है और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित किया जा सकता है। इस दौरान कई प्रतिभागियों ने डीएनडी 3.0 ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल भी किया और ज़िम्मेदार डिजिटल व्यवहार अपनाने तथा अपने साथियों और परिवार के सदस्यों में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम एक इंटरेक्टिव सत्र के साथ संपन्न हुआ, जिसके दौरान प्रतिभागियों ने साइबर हाइजीन, स्पैम रिपोर्टिंग और डेटा सुरक्षा से संबंधित सवाल पूछे, जिनके जवाब विशेष अतिथियों द्वारा मौके पर दिए गए।